High Blood Sugar ke Lakshan: हाइपरग्लाइसेमिया की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब ब्लडस्ट्रीम में शुगर या ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। वहीं, शरीर में इंसुलिन की कमी और इंसुलिन रेसिस्टेंस होने पर भी ये परेशानी होती है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार हाई ब्लड शुगर डायबिटीज का खतरा बढ़ाता है। ये बीमारी शरीर के प्रमुख अंगों को प्रभावित करती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक शुगर लेवल बढ़ने के शुरुआती लक्षण स्किन पर दिखने लगते हैं। अगर समय रहते इनकी पहचान हो जाए तो स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सकता है।
मधुमेह रोगियों की त्वचा प्रभावित होती है, ब्लड शुगर जब ज्यादा हो जाता है तो मरीजों को कई स्किन प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं –
ड्राय स्किन: विशेषज्ञों के मुताबिक अगर आपको डायबिटीज है तो संभव है कि आपकी स्किन रूखी होगी। ब्लड शुगर की उच्च मात्रा की वजह से स्किन ड्राय और खुजलीदार हो जाती है।
घाव: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से घावों से जूझ रहा हो तो अपने रक्त शर्करा की जांच करा ले। बता दें कि हाई ब्लड शुगर रक्त संचार को बाधित करता है और नसों को डैमेज कर सकता है। इस वजह से शरीर को घाव भरने में समय लगता है।
स्किन इंफेक्शन: डायबिटीज रोगियों को स्किन इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। अधिकांशतः इंफेक्शन मरीजों के अंगूठों के बीच, नाखूनों में या फिर स्कैल्प में देखने को मिल सकती है।
फोड़े: मधुमेह रोगियों के स्किन में फोड़े भी ज्यादा हो सकते हैं। ये हाथ, पैर, एड़ी और बाजू में हो सकते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन फोड़ों में किसी प्रकार का दर्द नहीं होता है। हालांकि, इन्हें देखकर लगता है जैसे कि लोग बुरी तरह से जले हों। मेडिकल टर्म में इसे बुलोसिस डायबिट्रिकोरम कहते हैं।
मोटी स्किन: डिजिटल स्क्लेरोसिस एक स्किन कंडीशन है जिसमें उंगलियों, अंगूठों या दोनों में ही स्किन मोटी हो जाती है। डायबिटीज रोगियों में ये परेशानी आम होती है जिसमें हाथों के पीछे की स्किन वैक्सी हो जाती है। साथ ही, उंगलियों को हिलाने में परेशानी और अकड़न हो सकती है। हार्ड, सूजी हुई और मोटी स्किन की ये परेशानी बाजु और बाहों तक फैल सकती है। वहीं, कई बार पीठ के ऊपरी हिस्से, कंधों और गर्दन में ये समस्या हो सकती है।
