हाई बीपी का इलाज अगर समय रहते न कराया जाए, तो यह हृदय रोगों को बढ़ावा दे सकता है। आमतौर पर हाई ब्लड प्रेशर का कोई लक्षण नहीं होता और इस वजह से इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। इस वजह से व्यक्ति को काफी समय तक इसका पता ही नहीं चलता है, लेकिन बाद में अनेक लक्षण सामने आने लगते हैं जैसे सिरदर्द, चक्कर आना, सांस में परेशानी, नींद न आना, सांस फूलना, नाक से खून निकलना आदि। हाई ब्लड प्रेशर का एकमात्र कारण हमारा अनियमित जीवन और हमारे खाने-पीने की आदतों में असावधानी है। आइये जानते हैं लाइफस्टाइल में किन बदलाव को लाकर आप हाई बीपी को कंट्रोल कर सकते हैं-

– शारीरिक गतिविधि बढ़ाना हाई ब्लड प्रेशर को कम करने का सबसे अच्छा और आसान तरीका हो सकता है। एक्सरसाइज अथवा योग का सहारा लेने वालों को ऐसी कई बीमारियों से छूटकारा मिल सकता है।

– हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए नमक बेहद हानिकारक होता है। यही नहीं उन्हें पैकेज फूड्स को भी छोड़ देना चाहिए और डाइट में हेल्दी फूड्स शामिल कर लेना चाहिए।

– वजन कम करना भी हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा यह आपको मोटापे का शिकार होने से भी बचाता है।

– अपनी डाइट में सोडियम की मात्रा कम कर लेना हृदय के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है और ब्लड प्रेशर को कम कर सकती है। इसके अलावा प्रोसेस्ड फूड ना खाएं।

– एल्कोहल ना सिर्फ हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य समस्या का कारण भी बनता है।

– तनाव भी हाई ब्लड प्रेशर का कारण होता है। इसलिए तनाव ना लेना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

– नियमित रूप से घर पर अपने ब्लड प्रेशर को चेक करते रहें और जरूरत पड़ने पर अपने डॉक्टर से भी संपर्क करें।

– रोजाना सुबह उठने के बाद हल्का गुनगुना पानी पिएं। इससे ना सिर्फ वजन कंट्रोल में रहेगा बल्कि ब्लड प्रेशर भी नहीं बढ़ेगा।

– हर दिन का एक प्रॉपर डाइट चार्ट बनाएं और उसे फॉलो करते हुए ही रोजाना नाश्ता, लंच और डिनर करें। इससे आपको ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा और स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।

– हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए धूम्रपान खतरनाक हो सकता है। अगर आपको उच्च रक्तचाप है और आप धूम्रपान करते हैं, तो जल्द से जल्द इसे छोड़ने की दिशा में काम करें।

– कैफीन उन लोगों में 10 मिमी एचजी तक ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है जो शायद ही कभी इसका सेवन करते हैं। लेकिन जो लोग नियमित रूप से कॉफी पीते हैं, उनके रक्तचाप पर बहुत कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता है।