Myths and Facts on Food Safety & Nutrition: लोग अक्सर मानते हैं कि कच्चे खाद्य पदार्थ खाद्य जनित बीमारियों का कारण बनते हैं। लेकिन यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि पका हुआ भोजन भी अगर ठीक से संग्रहित न किया जाए तो बीमारी का कारण बन सकता है। इन सब को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार की ओर से भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने सोशल मीडिया के माध्यम से खाद्य सुरक्षा और पोषण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
FSSAI ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए कच्चे और पके खाने को लेकर कुछ गलतफहमियों को दूर किया है और लोगों को इसकी सही जानकारी दी है। यह जानकारी आपके लिए भी बहुत उपयोगी हो सकती है।
पका हुआ खाना भी बीमारी का कारण बन सकता है?
FSSI के अनुसार, यह एक गलत धारणा है कि पके हुए भोजन से कोई खाद्य जनित बीमारियां नहीं हो सकती हैं और इसे सामान्य कमरे के तापमान पर रखा जा सकता है। संस्थान ने यह भी स्पष्ट किया है कि दोनों तरह के खाने से बीमारी का खतरा है। ऐसे में हमें कुछ बातों में सावधानी बरतनी होगी ताकि सुरक्षित और साफ खाना पेट में जाए।
पका हुआ खाना कब हानिकारक हो सकता है?
FSSI का कहना है कि ऐसे कई तरीके हैं जिनसे पका हुआ भोजन दूषित हो सकता है और असुरक्षित और यहां तक कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। आइए जानें कि ऐसा कब हो सकता है-
- जब घर में खाना सही तरीके से स्टोर नहीं किया जाता है तो यह सेहत पर बुरा असर डालता है। यही कारण है कि सभी पके हुए या बचे हुए भोजन को दो घंटे के अंदर 5°C से नीचे रेफ्रिजरेट किया जाना चाहिए।
- पका हुआ भोजन असुरक्षित या उपभोग के लिए अनुपयुक्त हो जाता है जब इसे किसी ऐसे क्षेत्र में संग्रहीत किया जाता है जो अस्वच्छ या दूषित हो।
- यहां तक कि जब खाद्य पदार्थों को गैर-खाद्य ग्रेड कंटेनरों में रखा जाता है, तब भी वे खाने योग्य नहीं रहते हैं।
- यहां तक कि जब रसोइया खुद भी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देता है तो वह दूषित हो जाता है और जब पके हुए खाद्य पदार्थों को कच्चे खाद्य पदार्थों के साथ रखा जाता है तो वे खराब हो जाते हैं।
भोजन को सुरक्षित कैसे रखें?
गंभीर बीमारी से बचने के लिए खाना पकाने और खाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धो लें। मौजूदा हालात को देखते हुए बाहर के खाने से बचना भी एक अच्छी आदत हो सकती है। इसके अलावा सभी खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह से ढक कर रखना चाहिए। खाना पकाने से पहले और बाद में किचन एरिया को साफ करें। साथ ही कच्चे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें। क्योंकि कच्चे खाद्य पदार्थों और सब्जियों में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया पेट के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
क्या कहते हैं पोषण विशेषज्ञ ?
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि फूड प्वाइजनिंग से बचने के लिए ठीक से पका और ताजा खाना ही खाएं। बाजार से खरीदी हुई सभी वस्तुओं या सब्जियों को पकाने से पहले धो लें। साथ ही फूलगोभी, पालक और ब्रोकली को भी नमक के पानी में धोकर हानिकारक बैक्टीरिया को दूर करें। कोरोना के समय में इन सभी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
