किसी भी व्यक्ति के लिए पानी पीना बेहद सामान्य बात है। ऑटो में जाते हुए, बस स्टैंड पर खड़े हुए, दफ्तर में बैठे हुए, बात करते-करते, खाना खाते-खाते… पानी हम किसी भी वक्त पीते हैं। यह एक ऐसी क्रिया है, जिसे हम बेहद सामान्य तरीके से लेते हैं और कभी ये सोचते भी नहीं हैं, क्या पानी पीने का भी सही तरीका हो सकता है! बस यहीं पर हम लापरवाही कर जाते हैं, चूंकि इसे हम बेहद सामान्य क्रिया समझते हैं, इसलिए हम इससे होने वाले नुकसान से वाकिफ नहीं होते हैं।
”द योगा इंस्टीट्यूट” की डायरेक्टर हंसा जी योगेंद्र का मानना है कि इंसान की बॉडी में 60 प्रतिशत वाटर होता है, इसलिए पानी पीने के लिए सही तरीके का इस्तेमाल बेहद जरूरी है। चलिए जानते हैं हंसा जी योगेंद्र की ये 5 खास टिप्स:
कब नहीं पानी चाहिए पानी
1- खाना खाने के बीच में कभी पानी नहीं पीना चाहिए। इससे पाचन खराब होता है। इससे एसिड बनता है। कई और भी नुकसान होते हैं।
-तो पानी कब पीना चाहिए। खाना खाने से आधा घंटा पहले पानी पीना चाहिए और खाना खाने के 90 मिनट बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।
2- एक और अहम बात। बहुत से लोग हेल्थ को लेकर बेहद सजग होते हैं। कई विशेषज्ञ कहते हैं कि ज्यादा पानी पीने से कैलोरीज कम होती हैं। ऐसे में लोग ज्यादा पानी पीने लगते हैं। वे तब भी पानी पीते हैं, जब प्यास नहीं लगती है। वे आदत बना लेते हैं और बिना प्यास लगे पानी पीने लगते हैं। यह भी नुकसानदायक है। आप पानी आसानी से तभी पी सकते हैं जब आपको प्यास लगी हो। जब प्यास नहीं लगती है, तब पानी को गले से निगलना उतना आसान नहीं होता है, आप खुद को फोर्स करते हैं। इससे लो सोडियम की प्रॉब्लम हो सकती है और आपके ब्रेन पर प्रभाव पड़ सकता है। इससे किडनी, ब्लड प्रेशर जैसी प्रॉब्लम भी हो सकती हैं।
- तो पानी तभी पिएं जब आपको प्यास लगे।
3-चिल्ड वाटर कभी नहीं पीना चाहिए। आयुर्वेद कहता है कि चिल्ड वाटर से पेट में मौजूद अग्नि तत्व यानी हीट पर बुरा असर पड़ता है। इसकी वजह से डाइजेशन खराब हो जाता है। इसे थोड़ा और विस्तार से समझते हैं-
-जब हम सामान्य टेंपरेचर का पानी पीते हैं तो पानी आपके पेट से स्मॉल इंटस्टाइन तक करीब 20 मिनट में पास हो जाता है। इसी तरह जब आप गर्म पानी पीते हैं तो उसे पास होने में 7 से 10 मिनट लगते हैं, लेकिन जब आप चिल्ड वाटर पीते हैं तब वह पेट में ही रह जाता है, उसे स्मॉल इंटस्टाइन तक पहुंचाने के लिए बॉडी को काफी एनर्जी लगानी पड़ती है। इसलिए चिल्ड वाटर नहीं पीना चाहिए। हां आप गर्म पानी पी सकते हैं। खासतौर पर एक बात का और ध्यान रखें जब भी आप आईसक्रीम या अन्य ठंडी चीजों का सेवन करें तो तुरंत गर्म पानी पिएं।
4- एक और बड़ी गलती जो लोग सामान्य तौर पर करते हैं और वो है खड़े होकर पानी पीना। ऐसा करने पर पानी बहुत तेजी से पास हो जाता है। इससे आपकी बॉडी पानी को ऑब्जर्व नहीं कर पाती है।
-तो पानी हमेशा बैठकर पीना चाहिए। इस समय बॉडी रिलेक्स होती है और पानी को अच्छे से ऑब्जर्व कर पाती है।
5- बहुत से लोग पानी को एकदम तेजी के साथ पीते-पीते हैं। वे ग्लास मुंह से लगाते हैं और गट-गट पानी पी जाते हैं। तेजी के साथ पानी से पीने से पानी को आपकी बॉडी के सलाइवा के साथ मिक्स होने का टाइम नहीं मिल पाता है। इससे एसिड रिलेटेड प्रॉब्लम क्रिएट होती हैं।
-तो पानी पीने का सही तरीका है सिप बाई सिप। इससे बॉडी अच्छे से पानी को ऑब्जर्व कर पाती है।