अलसी के बीज (Flax Seeds) को सेहत का खजाना कहा जाता है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर, लिगनेन और कई जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं और हृदय, पाचन तंत्र व इम्यून सिस्टम को मजबूत रखते हैं। अलसी का नियमित सेवन ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा घटता है। अलसी के बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन को ग्लोइंग और बालों को हेल्दी बनाते हैं। रोज़ाना सिर्फ एक चम्मच अलसी खाने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है।

अलसी एक सच्चा सुपरफूड है जो शरीर की हार्ट हेल्थ, डाइजेशन, हार्मोन बैलेंस, कैंसर प्रोटेक्शन और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मदद करता है। रोजाना सिर्फ एक चम्मच अलसी के बीज को रात में पानी में भिगोकर सुबह खा लें तो कई गंभीर बीमारियों से बचा सकता हैं।

गैस्ट्रो लिवर हॉस्पिटल, स्वरूप नगर, कानपुर में डॉक्टर वीके मिश्रा ने अलसी के बीज (Flax Seeds) को एक सुपरफूड बताया है, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। उनका कहना है कि भारत में अलसी का उपयोग तो लंबे समय से किया जा रहा है, लेकिन अब वैज्ञानिक रूप से इसके लाभों की पुष्टि हुई है। अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, लिगनेन (Lignans), फाइबर और प्रोटीन शरीर के कई अहम कार्यों को सपोर्ट करते हैं। आइए जानते हैं कि अलसी के बीज का सेवन करने से सेहत को कौन कौन से फायदे होते हैं।

ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्रेन और हड्डियों के लिए है जरूरी

डॉ. मिश्रा के अनुसार अलसी के बीज में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर के लिए बेहद ज़रूरी हैं क्योंकि ये फैटी एसिड हमारी बॉडी खुद नहीं बना सकती। ये फैटी एसिड हृदय, दिमाग और जोड़ों की कार्यप्रणाली को सही रखता हैं। रोजाना सिर्फ एक चम्मच अलसी के बीज का सेवन करने से शरीर को लगभग 1.8 ग्राम प्लांट-बेस्ड ओमेगा-3 फैटी एसिड मिलता है, जो हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।

फ्री रेडिकल्स से होता है बचाव और हॉर्मोन होते हैं बैलेंस

अलसी में लिगनेन नामक तत्व की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ये एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है और हार्मोन बैलेंस करने में मदद करता है। यह महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को सुधारने और Menopause के लक्षणों को कंट्रोल करने में मददगार माना जाता है।

डाइजेशन और वेट लॉस में है मदद

डॉ. मिश्रा बताते हैं कि अलसी में सॉल्युबल और इन सॉल्युबल फाइबर दोनों पाए जाते हैं, जो पाचन को दुरुस्त करते हैं और लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं। इससे भूख कंट्रोल रहती है और वज़न घटाने में मदद मिलती है। अलसी पेट में जाकर फूल जाती है जिससे पेट देर तक भरा महसूस होता है, और बार-बार खाने की इच्छा कम होती है।

कैंसर से बचाव में मददगार

डॉ. मिश्रा के अनुसार अलसी में मौजूद लिगनेन और ओमेगा-3 फैटी एसिड ऐसे कंपाउंड्स हैं जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि और फैलाव को रोकने में मददगार साबित होते हैं। खासतौर पर ये प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और कोलन कैंसर से बचाव में मददगार साबित होता है।

दिल की सेहत में होता है सुधार

अलसी का नियमित सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। डॉ. मिश्रा बताते हैं कि जो लोग 30 ग्राम अलसी रोजाना छह महीने तक खाते हैं उनका ब्लड प्रेशर 7 mmHg तक कम हो सकता है, जिससे स्ट्रोक और हार्ट डिजीज का खतरा 10% तक घट जाता है।

मसल्स होते हैं मजबूत

अलसी के बीज में हाई क्वालिटी प्रोटीन और अमीनो एसिड जैसे आर्जिनिन, एस्पार्टिक एसिड और ग्लूटामिक एसिड मौजूद होता है। ये तत्व मसल्स स्ट्रेंथ बढ़ाने, इम्यून सिस्टम मजबूत करने और कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाने में मदद करते हैं।

अलसी खाने का सही तरीका

भिगोकर खाएं

अलसी के बीजों को रातभर पानी में भिगो दें और सुबह सेवन करें। इससे यह आसानी से पचते है।

पीसकर खाएं

अलसी को ग्राइंड करके पाउडर बना लें और इसे दही, सलाद या दूध में मिलाकर खाएं इससे पूरा पोषण मिलेगा।

आटे में मिलाकर खाएं

अलसी का पाउडर गेहूं के आटे में मिलाकर रोटी या पराठा बनाया जा सकता है।

योगर्ट या फ्रूट्स में मिलाएं

एक चम्मच पिसी हुई अलसी दही या फलों पर छिड़ककर खाई जा सकती है इसे खाना आसान होगा।

स्मूदी या ड्रिंक में डालें

इसे स्मूदी या हेल्दी ड्रिंक के रूप में भी लिया जा सकता है।

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