बॉडी को एक्टिव रखने के लिए रोजाना वॉक करना बेहद जरुरी है। वॉक यानी पैदल चलने से बॉडी के हर एक अंग की एक्सरसाइज होती है। वॉक कई तरह से की जाती है जैसे नॉर्मल वॉक, तेज़ वॉक, कूल डाउन वॉक, पावर वॉक, मेडिटेशन वॉक, ग्रुप वॉक और स्ट्राइड वॉक की जाती है। नियमित वॉक करने से बॉडी एक्टिव रहती है, वेट कंट्रोल रहता है, क्रॉनिक बीमारियों जैसे डायबिटीज और बीपी कंट्रोल रहता है। वॉक करने से दिल के रोगों का खतरा भी कम होता है।

न्यूट्रिशन और वेलनेस कंसल्टेंट नेहा सहाया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा कर बताया है वॉक एक साधारण लेकिन प्रभावशाली शारीरिक गतिविधि है जो न सिर्फ बॉडी को हेल्दी रखती है बल्कि मानसिक स्थिति में भी सुधार करती है। वॉक एक कम गति वाली एक्सरसाइज है जिससे किसी तरह की कोई इंज्यूरी का खतरा नहीं होता और इसे अपनी सुविधा के मुताबिक कभी भी कर सकते हैं।

रोजाना वॉक करके ना सिर्फ वेट को कंट्रोल किया जा सकता है बल्कि मांसपेशियों को भी हेल्दी रखा जा सकता है। अब सवाल ये उठता है कि रोजाना कितनी देर वॉक करें कि बॉडी को इसके अनमोल फायदे मिलें। आइए जानते हैं कि उम्र के हिसाब से रोजाना कितनी वॉक करना जरूरी है।

18-30 साल की उम्र में रोजाना 30-60 मिनट की वॉक करें

18-30 साल की उम्र के युवाओं में एनर्जी का स्तर काफी पीक पर होता है। इस उम्र में युवाओं की मांसपेशियां मजबूत और ताकतवर होती हैं। इस उम्र के युवा रोजाना आधा घंटे से लेकर एक घंटे तक वॉक कर सकते हैं। इतने समय वॉक करके वजन कंट्रोल रहेगा, तनाव दूर होगा और दिल की सेहत भी दुरुस्त रहेगी। जो लोग डेस्क वर्क करते हैं और पूरा दिन बैठे रहते हैं उनके लिए ये वॉक बेहद जरूरी है।

31-50 साल के लोग 30-45 मिनट करें वॉक

31 से 50 की उम्र में पैदल चलना बेहद जरूरी है। इस उम्र में बॉडी में बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। इस उम्र में आप कम से कम आधा घंटे की वॉक करें तो वजन कंट्रोल रहेगा, मांसपेशियां टोन रहेंगी और क्रॉनिक बीमारियों से बचाव होगा। वॉक करने से मानसिक सेहत भी दुरुस्त रहेगी। वॉक आप काम पर जाते समय, दोपहर के भोजन के बाद, सीढ़ियां चढ़कर भी बॉडी को एक्टिव रख सकते हैं।

51-65 साल में 30-40 मिनट करें वॉक

51 से 65 साल की उम्र के लोगों को रोजाना धीमी गति से 30-40 मिनट तक चलना चाहिए। मिडिल एज में शरीर में प्राकृतिक परिवर्तनों के कारण, लोगों को मांसपेशियों के द्रव्यमान और मेटाबॉलिज्म की दर में कमी आती है ऐसे में बॉडी को एक्टिव रखना जरूरी है। वॉक करने से इस उम्र में हड्डियों की कमजोरी कम होती है और जोड़ों का दर्द दूर होता है।

66 से 75 साल में रोजाना 20-30 मिनट की करें वॉक

बुजुर्गों के लिए दिन में लगभग 20-30 मिनट तक मध्यम गति से चलना बेहद फायदेमंद और आसान होता है। इस उम्र में पैदल चलने से दिल के रोगों से बचाव होता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि वॉक करने से संज्ञानात्मक कार्यों में सुधार होता है। जोड़ों की समस्याओं वाले लोग तनाव को कम करने के लिए रोजाना 15-15 मिनट की वॉक दो बार करें। वॉक करने से इस उम्र में मानसिक सेहत ठीक रहती है।

बुजुर्ग लोग रोजाना 15-20 मिनट तक करें वॉक

बुजुर्ग लोग बॉडी को हेल्दी रखने के लिए रोजाना 15-20 मिनट तक वॉक करें। नियमित रूप से छोटी सैर जोड़ों के लचीलेपन, मांसपेशियों की मजबूती और संतुलन में सहायक होती है। बुजुर्ग लोग वॉक करने के लिए समतल जगह का चुनाव करें, आरामदायक जूते पहनें। अगर चलने में दिक्कत है तो आप वॉकर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

वजन कम करने के लिए वॉक ज्यादा बेहतर होती है या फिर ट्रेडमिल पर दौड़ना। वॉक से जुड़ी पूरी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक पर क्लिक करें।