भारत में हजारों वर्षों से गेहूं का उपयोग खाने के रूप में किया जा रहा है। लेकिन, गेहूं के अलावा मोटे अनाज यानी बाजरा पोषण से भरपूर होते हैं, बल्कि इनमें कई तरह के खनिज और विटामिन भी होते हैं। सैम, कुटकी और रागी जैसे नाम हमारी प्राचीन कृषि और खाद्य परंपराओं का अभिन्न अंग हैं। मोटे अनाज न केवल पोषण से भरपूर होते हैं, बल्कि इनमें कई तरह के खनिज और विटामिन भी होते हैं। ये शरीर के लिए अच्छे होते हैं।

कृषि विज्ञान केंद्र के प्लांट रोग विशेषज्ञ डॉ. ओमकार सिंह के मुताबिक, मोटे अनाज में फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं। यह शरीर के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। उन्होंने कहा कि बाजरा न केवल स्वास्थ्य के लिए, बल्कि देश की फूड सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अन्य अनाज का उत्पादन मुश्किल है।

डॉ. ओमकार सिंह के मुताबिक, आज के लाइफस्टाइल में रागू, बाजरा और ज्वार जैसे मोटे अनाजों का उपयोग बढ़ गया है। इन बीजों का सेवन करने से न केवल मधुमेह यानी शुगर (Diabetes), मोटापा (Obesity) और हृदय रोग (Heart Disease) से बचाव होता है, बल्कि शरीर में इम्यूनिटी भी बढ़ती है।

शुगर और पाचन के लिए फायदेमंद

बाजरे के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसके अलावा बाजारा फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन में सुधार करते हैं। इसके अलावा बाजरा ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। ये शुगर के रोगियों के लिए फायदेमंद हैं। इनमें प्रोटीन, विटामिन, आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज भी होते हैं। बाजरा हार्ट स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।

वजन घटाने में असरदार

बाजरा वजन घटाने में मदद करता है। इनमें हाई मात्रा में फाइबर होता है। यह लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है। जिससे अधिक खाने की समस्या कम हो जाती है। ये ग्लूटेन-मुक्त भी हैं, जो गेहूं से एलर्जी वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है। ऐसे में बाजरे का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।