आजकल के भागदौड़ भरे लाइफस्टाइल और खराब खानपान का असर सेहत पर पड़ रहा है। दिन प्रतिदिन लोगों में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं, जिसमें कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ना भी बहुत आम हो गया है। इसमें खराब कोलेस्ट्रॉल को नुकसानदायक माना जाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को लाभकारी माना जाता है, लेकिन शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने से भी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। नई रिसर्च के मुताबिक, बहुत ज्यादा HDL यानी अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी दिल और शरीर के लिए घातक हो सकता है। इसके अलावा शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से आंखों की एक बड़ी बीमारी हो सकती है, जिसे ग्लूकोमा कहते हैं।

क्या है कोलेस्ट्रॉल?

दरअसल, शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा चिपचिपा पदार्थ होता है, जो बॉडी के सभी सेल में पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं। अच्छा (HDL) और खराब (LDL), और HDL कोलेस्ट्रॉल को हेल्दी हार्ट के लिए फायदेमंद माना जाता था। वहीं, शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने पर यह नसों में जमा होने लगता है और धमनियों को ब्लॉक कर सकता है। इसके कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि अगर अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर बहुत ज्यादा हो जाए, तो यह भी दिल के लिए घातक हो सकता है।

क्या कहती है रिसर्च?

ब्रिटिश जर्नल  में छपी स्टडी  ने यह दिखाया कि हाई HDL कोलेस्ट्रॉल का ज्यादा होना हमेशा अच्छा नहीं होता। शोधकर्ताओं के मुताबिक, HDL कोलेस्ट्रॉल का अत्यधिक बढ़ना (60 mg/dL से ज्यादा) हृदय रोगों, स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है। पहले इसे गुड कोलेस्ट्रॉल माना जाता था, लेकिन अब यह साफ हो रहा है कि बहुत ज्यादा HDL भी धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है और शरीर में सूजन को बढ़ा सकता है। इसका सबसे ज्यादा असर आंखों पर पड़ता है। इससे आंखों की बीमारी ग्लूकोमा हो सकती है।

स्टडी के मुताबिक, करीब 400,000 लोगों का 14 साल तक का रिकॉर्ड ट्रैक किया गया और उनके कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच की गई। इसमें स्टडी में पाया गया कि जो लोग सबसे ज्यादा HDL कोलेस्ट्रॉल के लेवल वाले थे, उनमें ग्लूकोमा होने का खतरा 10 प्रतिशत ज्यादा था। ग्लूकोमा का मुख्य कारण आंखों के अंदर दबाव का बढ़ना है, जिससे ऑप्टिक नर्व पर तनाव पड़ता है।

क्या है ग्लूकोमा?

ग्लूकोमा एक आंखों की बीमारी है, जिसमें आंखों के भीतर दबाव यानी आई प्रेशर बढ़ जाता है, जो आंखों की नसों को नुकसान पहुंचाने लगता है। यह धीरे-धीरे होता है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है।

कैसे हो सकता है गुड कोलेस्ट्रॉल घातक?

  • अत्यधिक HDL धमनियों में प्लाक बना सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
  • HDL का असंतुलन शरीर में सूजन को बढ़ा सकता है, जिससे रक्त संचार में दिक्कत आ सकती है।
  • किडनी और लिवर पर असर डाल सकता है, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थों का फिल्टर सही तरीके से नहीं हो पाता।
  • रक्त गाढ़ा होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे स्ट्रोक हो सकता है।
  • आंखों के लिए घातक हो सकता है।

वहीं, उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल का स्तर क्या होना चाहिए? क्योंकि, शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है तो इसके कारण हार्ट से संबंधी बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।