आंत हमारी बॉडी का अहम हिस्सा है जो हमारे छोटे से पेट में कुंडली की तरह मुढ़ी हुई होती है। आंत दो तरह की होती हैं एक छोटी आंत तो दूसरी बड़ी आंत। हम जो भी खाते हैं उस भोजन से पोषक तत्वों को अवशोषण करने का काम आंत ही करती है। खाना पचने के बाद अपशिष्ट पदार्थ बड़ी आंत में जमा हो जाते हैं और मल के रूप में बॉडी से बाहर निकल जाते हैं। जिन लोगों का पाचन खराब रहता है, कब्ज,एसिडिटी जैसी परेशानियां हर वक्त रहती है तो उनकी आंत पर उसका साफ प्रभाव दिखता है।

आंतों में कमजोरी होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। खाना ठीक से नहीं पचना,मल बंधा हुआ आना तो कभी लूज मोशन होना,पेट में गैस होना,भूख कम लगना,वजन कम होना,थकान और कमजोरी, सुस्ती, हल्का बुखार,पेट फूलना और पेट के गुड़गुड़ की आवाज़ आने जैसे लक्षण आंत में खराबी के हैं।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर प्रताप चौहान के मुताबिक आंते हमारी बॉडी का अहम हिस्सा है जिसके खराब होने के लिए तनाव,खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। आंतों में मौजूद गुड और बेड बैक्टीरिया की स्थिति को गट हेल्थ कहा जाता है। आंत में जब खराब बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं तो गट हेल्थ बिगड़ने लगती है। आंत की सेहत सिर्फ पाचन तक ही सीमित नहीं है बल्कि ये हमारी कंप्लीट हेल्थ से जुड़ी है। गट हेल्थ बिगड़ने से पेट के साथ दिमाग, स्किन, हॉर्मोन और इम्यून सिस्टम बिगड़ने लगता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि आंत कमजोर होने के कौन से 5 कारण हैं और इसका उपचार कैसे करें

आंत कमजोर होने के 5 कारण

  • आंतों में सूजन आना
  • आंतों में आम जमा होने से भी आंत कमजोर होती है और आंत में इंफेक्शन होता है। आम वो तत्व है जो बिना पचे भोजन से बनता है।
  • आंतों में ड्राईनेस या खुशकी होने से भी आंत कमजोर होने लगती है।
  • आंतों में कीड़े होने से कब्ज होने से आंत कमजोर होती है।
  • आंतों को पोषक तत्व नहीं मिलने से भी आंत कमजोर होने लगती है।

आंत की सेहत को कैसे दुरुस्त रखें

प्रोबायोटिक्स का अधिक सेवन करें

आंत की परेशानी को दूर करने के लिए खासकर अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी बीमारी को दूर करने के लिए प्रोबायोटिक्स का सेवन जरूर करें। प्रोबायोटिक फूड्स के सेवन से आंतों की सेहत दुरुस्त रहती है और इंफेक्शन से बचाव होता है। प्रोबायोटिक मुख्यत डेयरी प्रोडक्ट में ही होता है। दही और छाछ प्रोबायोटिक्स का बेहतरीन स्रोत है।

पानी अधिक पिएं

पानी का अधिक सेवन करें पाचन ठीक रहेगा और आंत की सेहत दुरुस्त रहेगी। रोजाना कम से कम दो लीटर पानी का सेवन जरुर करें।

सौंफ,जीरा और धनिया का पानी पिएं

आंतों की सेहत को दुरुस्त करने के लिए किचन में मौजूद मसाले बेहद असरदार साबित होते हैं। आप सौंफ,जीरा और धनिया का पानी पिएं आपकी गट हेल्थ दुरुस्त रहेगी। इस पानी को बनाने के लिए एक चम्मच सौंफ, एक चम्मच जीरा और चम्मच धनिया एक लीटर पानी में डालें और उसे उबाल लें। इस पानी को उबालकर एक बोतल में भर लें और उसका दिन में कई बार सेवन करें आपकी गट हेल्थ दुरुस्त रहेगी।

भरपूर नींद लें और तनाव कम करें

आप जानते हैं कि आप तनाव में रहते हैं तो उसका असर आपकी आंत की सेहत को बिगाड़ता है। तनाव दूर करने के लिए आप 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। आंतों की हेल्थ के लिए मस्तिष्‍क का हेल्दी होना जरूरी है। तनाव आपका पाचन तंत्र बिगाड़ता है। आंतों में सुधार करना चाहते हैं तो भरपूर नींद लें।