डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव जिम्मेदार है। डायबिटीज की बीमारी रातों रात नहीं पनपती बल्कि इसे पनपने में कई साल लगते हैं। कोई भी इंसान इस बीमारी के सीधे चपेट में नहीं आता बल्कि धीरे-धीरे बॉडी में इसके लक्षण ग्रो करते हैं। डायबिटीज से पहले प्रीडायबिटीज की स्थिति आती है, जिसका समय पर पता लग जाए तो इस बीमारी को रिवर्स किया जा सकता है। डायबिटीज की बीमारी का पता लगाने के लिए आमतौर पर लोग दो टेस्ट कराते हैं जिसमें फास्टिंग शुगर टेस्ट और दूसरा पोस्ट मील शुगर टेस्ट शामिल है। ये टेस्ट आपकी बॉडी में ब्लड शुगर का जो तत्काल स्टेटस है उसकी जानकारी देता है।

तत्काल आपकी ब्लड शुगर कई कारणों से ऊपर और नीचे हो सकती है। अगर आप लम्बे समय से जागे हैं और भूखे हैं और टेस्ट करा रहे हैं तो रिपोर्ट में आपकी शुगर का स्तर हाई आ सकता है। खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर ऊपर नीचे होना लाजमी है।

शुगर के स्तर का पता लगाने में फास्टिंग शुगर टेस्ट और पोस्ट मील शुगर टेस्ट पर्याप्त नहीं है। ब्लड शुगर के स्तर की सटीक जानकारी हासिल करने के लिए HbA1c टेस्ट कराना जरूरी है। डायबिटीज,थायराइड एंड हॉर्मोन स्पेशलिस्ट डॉक्टर आशीष सेहगल ने बताया HbA1c टेस्ट जिसे ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन भी कहते हैं। ये टेस्ट हमें पिछले तीन महीनों की ब्लड शुगर के बारे में बताता है। ये टेस्ट डायबिटीज को डायग्नोसिस करने के लिए और उसका ट्रीटमेंट करने के लिए भी किया जाता है। प्रीडायबिटीज की स्थिति में ये टेस्ट बेहद मददगार साबित होता है। ट्रीटमेंट को मॉनिटर करने के लिए ये गुड स्टेंडर्ड टेस्ट है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि बीमारी को डायग्नोसिस करने में ये टेस्ट कैसे मदद करता है।

HbA1c टेस्ट रिपोर्ट को कैसे समझें

HbA1c टेस्ट -5.7% से कम है तो नॉर्मल है।
HbA1c टेस्ट रिपोर्ट-5.7%  से 6.4% प्रीडायबिटीज की स्थिति है।
HbA1c टेस्ट रिपोर्ट-6.5%  से ज्यादा है तो डायबिटीज कंफर्म है।

HbA1c टेस्ट क्यों किया जाता है?

जब हम सीधा ब्लड टेस्ट करके शुगर को चेक कर सकते हैं तो HbA1c टेस्ट क्यों किया जाए ये एक अच्छा सवाल है जिसका जवाब जानना जरूरी है। अगर शुगर को हम दिन में एक बार, दो बार या तीन बार चेक करते हैं तो हम पूरी पिक्चर को मिस कर सकते हैं। हमें बॉडी में डायबिटीज के गुजरे स्तर का पता नहीं लगेगा। ये टेस्ट हमें तीन महीने की शुगर के स्तर के बारे में बताता है।

HbA1c टेस्ट करने का खास मकसद क्या है

  • HbA1c टेस्ट आपके ब्लड में ग्लूकोज की औसत मात्रा को दर्शाता है, जो पिछले 2-3 महीनों में रही है।
  • ये टेस्ट डायबिटीज कंट्रोल करने और उसका प्रभावी इलाज करने के लिए बताता है। इस टेस्ट की रिपोर्ट को देखकर आप लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करके बीमारी पर काबू पा सकते हैं।
  • HbA1c टेस्ट की रिपोर्ट 6.5%  से ज्यादा है तो साफ संकेत है कि आप डायबिटीज से संबंधित जटिलताओं जैसे हृदय रोग, किडनी की समस्या, और विजन से जुड़ी परेशानियों का शिकार हो सकते हैं।
  • इस रिपोर्ट की मदद से ही डॉक्टर को मरीज का इलाज शुरु करने में मदद मिलती है।
  • साल में एक बार HbA1c टेस्ट हर इंसान को कराना चाहिए। अगर आपको टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज है तो नियमित रूप से ये टेस्ट जरूर कराएं।