अनियमित जीवन-शैली और खराब खानपान के कारण आज देश में लाखों लोग डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित हैं। दुनियाभर में 42 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज यानी मधुमेह की बीमारी का शिकार हो गए हैं। यह एक तरह का मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जो शरीर में इंसुलिन की कमी से होता है। डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। क्योंकि खानपान के कारण खून में शुगर की मात्रा अनियंत्रित तौर पर घटने और बढ़ने लगती है।

ब्लड शुगल के बढ़ने से किडनी फेलियर, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी गंभीर और जानलेवा समस्या हो सकती हैं। ऐसे में आप घरेलू उपायों के जरिए शरीर में शुगर की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं। लहसुन खून में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में कारगर है।

लहसुन: यूं तो लहसुन का इस्तेमाल खाने के स्वाद और सुगंध को बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसी के साथ यह कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर होता है। लहसुन में मौजूद पोषक तत्व इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही बॉडी को डीटॉक्स करने में भी मदद करते हैं। लहसुन के नियमित तौर पर सेवन से शरीर से सभी तरह के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और पाचन तंत्र मजबूत बनता है। लहसुन में मौजूद अमीनो एसिड होमोसिस्टीन की मात्रा को कम करने में कारगर है। यह खून में मौजूद शुगर को कंट्रोल करता है। डायबिटीज रोगी जरूर रखें इन 4 बातों का ख्याल, ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मिलती है मदद

योग गुरू बाबा रामदेव की मानें तो ब्लड शुगल लेवल को नियंत्रित करने में लहसुन काफी कारगर है। इसके लिए 100 ग्राम लहसुन के रस में प्याज का रस, नींबू का रस और अदरक का रास मिलाकर अच्छी तरह से पका लें। फिर इसमें बराबर मात्रा में शहद मिलाएं। रोजाना एक चम्मच इस काढ़े का सेवन करने से शरीर में शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है। साथ ही यह हार्ट ब्लॉकेज से भी निजात दिलाने में मदद करता है।

इसके अलावा आप 2 से 3 लहसुन की कच्ची कली चबाकर भी खा सकते हैं। अगर आपको अधिक गर्मी लगती है तो रात में लहसुन को पानी में भिगोकर रख दें। फिर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इससे शुगर लेवल नियंत्रित रहेगा।