High Blood Pressure Remedies: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक 30 साल की उम्र के बाद लोगों को हर कुछ महीनों पर अपने रक्तचाप के स्तर की जांच करानी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पहले ये स्वास्थ्य समस्या केवल उम्रदराज लोगों को होती थी, वहीं, अब खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट के कारण कम उम्र में ही लोग इससे ग्रस्त हो जाते हैं।
हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है क्योंकि ये शरीर को जल्दी कोई चेतावनी संकेत नहीं दे पाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि लोगों को उच्च रक्तचाप का पता तब ही चलता है जब मामला गंभीर हो जाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक दवाइयों के सेवन के साथ ही कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल करने से भी उच्च रक्तचाप के मरीजों को लाभ होगा। उनके मुताबिक इन 4 घरेलू उपायों की मदद से ब्लड प्रेशर लेवल पर नियंत्रण रखा जा सकता है।
लहसुन: लहसुन दिल से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने में कारगर मानी जाती हैं। इसमें मौजूद तत्व एलिसिन ब्लड प्रेशर लेवल कंट्रोल करने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर लहसुन का इस्तेमाल मरीजों को फायदा होगा। हेल्थ एक्सपर्ट्स मरीजों को रोजाना सुबह खाली पेट लहसुन खाने की सलाह देते हैं।
प्याज: समग्र सेहत के लिए प्याज का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। इसका सेवन रक्तचाप के स्तर को भी नियंत्रित रखेगा। प्याज में क्वेरसेटिन नाम के फ्लेवनॉयड की अधिकता होती है। बताया जाता है कि भरपूर मात्रा में मौजूद ये तत्व प्याज को दिल से संबंधी बीमारियों के मरीजों के लिए रामबाण बनाता है। ये फ्लेवनॉयड रक्त धमनियों को पतला करते हैं जिससे शरीर में खून का संचार बेहतर होता है।
काली मिर्च: हाई ब्लड प्रेशर में काली मिर्च का इस्तेमाल कारगर साबित होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो ब्लड प्रेशर के स्तर को स्थिर करने में मदद कर सकता है। काली मिर्च में मिनरल्स, विटामिन्स, प्रोटीन्स, फाइबर, कार्बोहाईड्रेट के अलावा और भी बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो मरीजों के लिए फायदेमंद होता है।
इसके अलावा, काली मिर्च में फाइबर मौजूद होता है जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिसके कारण लोग ओवरइटिंग से बच जाते हैं और उनका वजन संतुलित रहता है।
आंवला: विटामिन-सी युक्त आंवला का सेवन करने से भी ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। आप चाहें तो इसका जूस पी सकते हैं या फिर चूर्ण बनाकर सेवन कर सकते हैं।