डायबिटीज होने का प्रमुख कारण मीठे का अधिक सेवन करना होता है। बता दें कि डायबिटीज मेटाबॉलिस्म से जुड़ी बीमारियों का एक समूह है। हाई ब्लड शुगर के मरीजों के लक्षणों में अक्सर पेशाब आना, प्यास की बढ़ोतरी और भूख में वृद्धि होती है। यदि समय रहते इसका इलाज नहीं किया जाएगा तो यह एक गंभीर बीमारी का रूप ले सकता है। यह कई बार आनुवांशिक होता है, तो कई मामलों खराब जीवनशैली से संबंधित होता है। डायबिटीज के मरीजों को खान-पान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। सहजन की पत्तियों के रस का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कब करें डाइट में शामिल-
डायबिटीज के मरीजों के लिए सहजन की पत्तियों का रस: सहजन की पत्तियों का रस डायबिटीज कंट्रोल करने में बहुत कारगर है। ऐसा माना जाता है कि 100 ग्राम सहजन की पत्तियों में 5 गिलास दूध के बराबर कैल्शियम होता है जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन-सी भी होता है जो डायबिटीज के कारण होने वाले अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को कम करता है।
सहजन की पत्तियों का रस कब पिएं: सहजन की पत्तियों को पीसकर उसे निचोड़ लें और उसे हल्के गुनगुने पानी के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें। इससे शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा। सहजन की सब्जी का सेवन करना भी डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। सहजन के रस को आप रात में डिनर के साथ भी ले सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं:
– रोजाना सुबह-शाम एक्सरसाइज और योग करना चाहिए।
– सुस्त जीवनशैली के बजाय सक्रिय जीवन शैली अपनाना चाहिए।
– डायबिटीज के मरीज अखरोट, बादाम, चिया सीड्स, मूंगफली और अंजीर का सेवन कर सकते हैं।
– शराब और सिगरेट आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
– डिब्बा बंद फूड्स,बासी खाना, फ़ास्ट फूड, जंक फूड्स, ज्यादा तेल-मसाले वाले भोजन नहीं खाना चाहिए।
– डायबिटीज एवं हार्ट की दवाएं कभी बंद नहीं होती हैं। इसलिए मरीज दवाएं कभी नहीं छोड़ें।
– डायबिटीज के मरीजों को भूख से थोड़ा कम तथा हल्का भोजन लेने की सलाह दी जाती है।