बॉडी को नेचुरल तरीके से हेल्दी रखने के लिए और बीमारियों से बचाव करने के लिए आयुर्वेदिक तरीके असरदार हैं। आयुर्वेदिक पद्धति बॉडी को हेल्दी रखने में बेहद मददगार साबित होती है। इस नेचुरल तरीके को अपनाकर संपूर्ण स्वास्थ्य और जीवनशैली में संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। आयुर्वेद मुख्य रूप से त्रिदोष सिद्धांत वात, पित्त और कफ पर आधारित है और इनके संतुलन से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।

आयुर्वेदिक पद्धति के कुछ तरीकों को अपनाकर न सिर्फ पाचन शक्ति में सुधार होता है बल्कि बॉडी भी डिटॉक्स होती है। आयुर्वेद न सिर्फ शारीरिक सेहत पर काम करता है बल्कि मानसिक सेहत में भी सुधार करने पर जोर देता है।

आयुर्वेद में कुछ खास स्तंभ हैं जिन्हें दिन की शुरुआत करने में अपनाया जाए तो आप पूरे दिन हेल्दी रह सकते हैं। इन खास टिप्स की मदद से आपकी बॉडी जल्दी-जल्दी बीमार नहीं पड़ेगी और आप हेल्दी रहेंगे। आयुर्वेदिक टिप्स इम्यूनिटी को मजबूत करेंगे और उम्र में इज़ाफा करेंगे। नेचुरल जड़ी-बूटियां, योग, ध्यान और सही डाइट के जरिए कैसे तमाम उम्र हेल्दी रहा जा सकता है जानिए तरीका।

सूरज निकलते ही उठें

आयुर्वेद के अनुसार अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो सुबह सूरज निकलते ही उठ जाएं। आदर्श रूप से सूर्योदय से पहले जागेंगे तो आपका तन और मन दोनों तंदुरुस्त रहेंगे। आयुर्वेद में सुबह का समय दिन का सबसे शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक रूप से ऊर्जावान समय माना जाता है। 2012 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार सुबह जल्दी उठना प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अनुशासन रहा है। जल्दी उठने से शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने में मदद मिलती है, मानसिक स्पष्टता में सुधार होता है और बॉडी के बायोलॉजिकल क्लॉक को कुदरत के साथ तालमेल बिठाने में मदद मिलती है।

सुबह उठते ही ठंडे पानी से चेहरा वॉश करें

आयुर्वेद के मुताबिक आप बिस्तर से उठते ही अपना चेहरा ठंडे पानी से वॉश करें। चेहरे को ठंडे पानी से वॉश करने से बॉडी में जमा टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और इंद्रियों को पुनर्जीवित करने में मदद मिलती है। आयुर्वेद के मुताबिक आंखों की रोशनी में सुधार करने के लिए, ड्राई आईज या असुविधा से बचने के लिए गुलाब जल या त्रिफला पानी से आंखों को वॉश करें। चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मारने से सतर्कता और तंत्रिका तंत्र उत्तेजना को बढ़ावा मिलता है।

जीभ को साफ करें

बॉडी को हेल्दी रखने के लिए और बॉडी में जमा टॉक्सिन को बाहर निकालने के लिए आप जीभ को सुबह उठते ही साफ करें। आयुर्वेद में माना जाता है जीभ में रात भर जमा होने वाले टॉक्सिन को सुबह साफ करने से बॉडी हेल्दी रहती है। टंग क्लीनर की मदद से जीभ को साफ करके आप गंदे बैक्टीरिया को दूर कर सकते हैं।

प्राणायाम करने की आदत बनाएं

सुबह उठकर प्राणायाम करने की आदत न सिर्फ सेहत में सुधार करेगी बल्कि आपकी मानसिक सेहत भी दुरुस्त करेगी। अनुलोम-विलोम जैसा गहरी सांस लेने का व्यायाम करके आप दिन की शुरुआत करें। ये प्राणायाम मस्तिष्क को ऑक्सीजन देने, लंग्स की हेल्दी रखने और तनाव को कंट्रोल करने में मदद करेगा।  2014 में की गई रिसर्च के मुताबिक योग लंग्स फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, जिससे श्वसन संबंधी बीमारियों से बचाव करने में मदद मिलती है।

मसालों का करें सेवन

पाचन में मदद करने और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए आयुर्वेद सुबह उठकर कुछ मसालों का सेवन करने की सलाह देता है। सुबह के समय हल्दी, अदरक और काली मिर्च की चाय बनाकर उसका सेवन करने से लिवर की हेल्थ दुरुस्त रहती है। इस पानी को पीने से इम्यूनिटी मजबूत होती है बॉडी हेल्दी रहती है। ये चाय बॉडी को डिटॉक्स करती है। इसमें सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण भरपूर मौजूद हैं जो संक्रमण से बॉडी का बचाव करते हैं।

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