कोलेस्ट्रॉल एक तरह का चिपचिपा पदार्थ है जो हमारी बॉडी में पाया जाता है। ये डाइट के जरिए भी बॉडी में बनता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक गुड कोलेस्ट्रॉल तो दूसरा खराब कोलेस्ट्रॉल। कोलेस्ट्रॉल हमारी बॉडी के लिए जरूरी है क्योंकि यह कोशिकाओं की संरचना, हार्मोन के निर्माण और पाचन में मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य से अधिक हो जाए तो ये दिल के रोगों का कारण बन सकता है। सामान्य कोलेस्ट्रॉल 200 mg/dL से कम होना चाहिए, 240 mg/dL या उससे अधिक कोलेस्ट्रॉल हाई कोलेस्ट्रॉल की श्रेणी में आता है। बॉडी में LDL कोलेस्ट्रॉल की नॉर्मल रेंज 100 mg/dL से कम होनी चाहिए। अगर कोलेस्ट्रॉल 100-129 mg/dL तक पहुंच गया है तो आपका कोलेस्ट्रॉल बॉर्डर लाइन पर है। बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल आपके दिल की सेहत के लिए खतरा है।
कोलेस्ट्रॉल बॉर्डर लाइन का मतलब है कि कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य से थोड़ा अधिक है, लेकिन हाई कोलेस्ट्रॉल से कम है। बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल का मतलब यह साफ चेतावनी है कि आपका दिल खतरे में आने वाला है। अगर बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल नहीं किया जाए तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। कार्डियो केयर के डॉ नवीन अग्रवाल ने बताया अगर आप कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करें। नियमित वॉक और एक्सरसाइज करें तो आप आसानी से बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल को रिवर्स कर सकते हैं।
हेल्दी फूड का करें सेवन
मायोक्लीनिक की खबर के मुताबिक अगर आप कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप हेल्दी डाइट का सेवन करें। डाइट में आप सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट का सेवन कम करें। डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन बढ़ाएं। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित नहीं करते। इन फूड्स का सेवन करने से दिल हेल्दी रहता है। ये बीपी को कंट्रोल करते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड में आप सैल्मन, मैकेरल, हेरिंग, अखरोट और अलसी के बीज का सेवन करें। डाइट में सॉल्युबल फाइबर और कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट का सेवन बढ़ाएं।
पूरे हफ्ते एक्सरसाइज करें और बॉडी को एक्टिव रखें
एक्सरसाइज कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर करती है। मध्यम शारीरिक एक्टिविटी खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है सप्ताह में 5 बार कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करें या सप्ताह में तीन बार 20 मिनट तक जोरदार एरोबिक गतिविधि करें। आप दोपहर के भोजन के समय में रोजाना तेज वॉक करें। काम पर जाने के लिए अपनी बाइक चलाना, कोई पसंदीदा खेल खेलना आपके बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल को रिवर्स कर सकता है।
स्मोकिंग से परहेज करें
स्मोकिंग छोड़कर आप एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल कर सकते हैं। अगर आप सिगरेट पीना छोड़ देंगे तो आपका बीपी और हृदय गति नॉर्मल रहेगी। सिगरेट छोड़ने के तीन महीनों के अंदर आपका रक्त परिसंचरण और फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार होने लगेगा। अगर आप एक साल तक सिगरेट नहीं पिएंगे तो हृदय रोग का जोखिम धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के जोखिम से आधा रह जाएगा।
वजन को कंट्रोल करें
वजन को कंट्रोल करके आप बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं। अपनी दिनचर्या में ज़्यादा से ज़्यादा सक्रियता शामिल करें। लिफ्ट लेने के बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करना या अपने दफ्तर से दूर पार्किंग करना। काम के दौरान ब्रेक के दौरान टहलें। खड़े होकर काम करने की गतिविधियों को बढ़ाने की कोशिश करें, जैसे कि खाना बनाना या यार्ड वर्क करना। इस तरह बॉडी को एक्टिव रखकर आप अपने मोटापा को कम कर सकते हैं।
लाइफस्टाइल में बदलाव करें
अगर आप कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं तो लाइफस्टाइल में बदलाव करें। समय पर सोएं और समय पर जागे। खाना समय पर खाएं।
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