आयुर्वेद में यह कहा जाता है कि सभी बीमारियों की जड़ पेट है। आयुर्वेद के मुताबिक शरीर की अधिकांश विकृतियां, असंतुलन और रोग पेट और पाचन तंत्र से जुड़े हैं। आयुर्वेद में पाचन को अग्नि के रूप में जाना जाता है जो शरीर की आंतरिक ऊर्जा और पाचन क्षमता को कंट्रोल करती है। जब पाचन अग्नि सही तरीके से काम करती है तो शरीर सही तरीके से भोजन को पचा सकता है और बॉडी को उचित पोषण भी मिलता है। पाचन तंत्र के कमजोर पड़ने पर पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज, गैस,एसिडिटी और अपच जैसी परेशानियां तेजी से बढ़ने लगती हैं। पाचन से जुड़ी ये परेशानियां लम्बे समय तक बनी रहे तो और भी कई बीमारियों का कारण बन सकती है। अगर आपको अपना पाचन और पेट को दुरुस्त रखना है तो लाइफस्टाइल और डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

खराब डाइट न सिर्फ पाचन को बिगाड़ती है बल्कि क्रॉनिक कब्ज का भी कारण बनती है। कब्ज एक ऐसी समस्या है जिससे हर 5 में से 4 इंसान प्रभावित हैं। कब्ज की बीमारी के लिए फिजिकल एक्टिविटी में कमी, तनाव, कुछ दवाओं का सेवन,निष्क्रिय लाइफस्टाइल और पानी का कम सेवन जिम्मेदार है। लम्बे समय तक कब्ज होने से मल टाइट हो जाता है और आंतों में जमा होने लगता है। ये मल हफ्तों, महीनों और सालों पूरा भी होता है जो आंतों में गंदगी का बोझ बढ़ाता है।

पतंजलि के वैध डॉक्टर योगेश कुमार ने बताया कि आंतों में मल जमा होने का कारण कभी मोशन का हार्ड होना और कभी मोशन नहीं होना जिम्मेदार है।  कब्ज़ के कारण आंतों में मल फंस जाता है जिसकी वजह से आंते उसे ऑब्ज़र्ब नहीं करती। अगर आप नेचुरल तरीके से आंतों की सफाई करना चाहते हैं तो बॉडी को एक्टिव रखें और डाइट में फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें। कुछ देसी हर्ब्स और फूड्स का सेवन करके आप नेचुरल तरीके से आंतों की सफाई कर सकती है और आंत में जमा गंदा मल निकाल सकते हैं।

रेशेदार फल और सब्जियों का करें सेवन

आंतों की सफाई के लिए रेशेदार फल और सब्जियों का सेवन करें। इन फलों और सब्जियों में फाइबर मौजूद होता है जो आंतों की सेहत को दुरुस्त करता है। फाइबर भोजन को पचाने में मदद करता है और आंतों में जाने वाली खाद्य सामग्री को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है। रेशेदार फल और सब्जियों के सेवन से शरीर में जमा टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद मिलती है। इन रेशेदार फल और सब्जियों में आप सेब, पालक, गाजर, बींस, अंगूर, ब्रोकोली, पपीता,आलू और कद्दू का सेवन करें।

आंवला के जूस का करें सेवन

आंवला का जूस आंतों की सफाई करने में जादुई असर करता है। आंवला में विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और दूसरे पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को हेल्दी रखने में मदद करती हैं। आंवला का जूस आंतों की सफाई करता है, कब्ज का इलाज करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। आंवला में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की वृद्धि करते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं।

आंतो को हेल्दी रखने के लिए ये योगासन करें

आंतों को हेल्दी रखने के लिए योगासन बेहद प्रभावी हो सकते हैं। आप रोजाना पवनमुक्तासन, विपरीत करनी, धनुरासन,मार्जर्यासन,भुजंगासन,उत्तानासन करें।इन योगासनों को नियमित रूप से करने से आंतों का स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है, पाचन क्रिया सुचारू रहती है, और कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं।

पूरा दिन करें पानी का सेवन

आंतों को हेल्दी रखने के लिए पानी का सेवन बेहद उपयोगी है। पानी न केवल शरीर के सभी अंगों के सही ढंग से काम करने में मदद करता है, बल्कि यह आंतों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। रोजाना डेढ़ से दो लीटर पानी का सेवन करने से पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करता है, कब्ज दूर होता है और बॉडी में जमा टॉक्सिन भी बाहर निकलते हैं।

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