आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है। ऐसी ही स्वास्थ्य परेशानी में से एक है यूरिक एसिड का बढ़ना। एक अध्ययन के मुताबिक दुनिया में हर पांच में से एक व्यक्ति हाई यूरिक एसिड की परेशानी से जूझ रहा है। बॉडी की सेल्स और खाद्य पदार्थों से शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन की बनता है। इसके ब्रेकडाउन से यूरिक एसिड नाम का केमिकल बनता है।
यूं तो किडनी द्वारा फिल्टर होकर मूत्र मार्ग के जरिए यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन बॉडी में जब इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो यह क्रिस्टल्स के रूप में हड्डियों के बीच इक्ट्ठा हो जाता है। इसके कारण उठने-बैठने और चलने-फिरने में तकलीफ, गठिया-बाय, गाउट, अर्थराइटिस, घुटनों में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक शरीर में यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने के लिए खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है।
अलसी के बीज: शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में अलसी के बीज बेहद ही कारगर है। अलसी के बीज न सिर्फ यूरिक एसिड बल्कि वजन कम करने और मधुमेह के रोगियों के लिए भी किसी रामबाण से कम नहीं है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में कारगर हैं।
इस तरह करें अलसी के बीजों का सेवन: रोजाना भोजन करने के आधा घंटे बाद एक चम्मच अलसी के बीज का जरूर सेवन करें। इससे कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखने लगेगा।
सेब का सिरका: सेब के सिरके में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं। सेब का सिरका खून में पीएच लेवल को मेंटेन करने में मदद करता है। इससे यूरिक एसिड का स्तर काबू में रहता है। इसके अलावा यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और साथ ही ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखता है।
पानी का करें सेवन: स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स के मुताबिक बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित रखने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। क्योंकि, इससे खून में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ फ्लश आउट हो जाते हैं। ज्यादा पानी पीने से भी यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है।