फैटी लिवर की समस्या आम होती जा रही है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इस बीमारी से पीड़ित ज्यादातर मरीजों में कोई लक्षण नहीं दिखता है। कुछ मरीजों को पेट में दाहिनी तरफ दर्द का अनुभव होता है। इसके अलावा थकान, जी मिचलाना, भूख न लगना जैसे और लक्षण भी दिख सकते हैं। स्थिति कंट्रोल से बाहर हो जाए तो पीलिया, खून की उल्टी आदि भी हो सकती है। अपोलो हॉस्पिटल्स की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख के मुताबिक प्रारंभिक चरण यानी प्राइमरी स्टेज में ही इस बीमारी का पता लग जाए तो इसका इलाज आसान है। लेकिन अगर शुरुआती चरण में बीमारी का पता नहीं लगता तो लिवर सोरायसिस और लिवर फेल होने जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।
नियमित करें ये 5 काम:
- अगर आप ओवरवेट हैं तो वजन कंट्रोल करें
- हर दिन कम से कम आधे घंटे व्यायाम जरूर करें
- खानपान में चिकनाई और तैलीय पदार्थों के सेवन से बचें
- अगर आप पहले से ही ब्लड शुगर– हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो डॉक्टर के संपर्क में रहे
- नियमित हेल्थ चेकअप कराते रहें। खासकर, लिवर एंजाइम, कोलेस्ट्रॉल व ब्लड शुगर की जांच जरूर कराएं
क्या कहता है आयुर्वेद:
आयुर्वेद के मुताबिक अगर आपको अक्सर पेट में भारीपन, दर्द, खट्टी डकार, उबकाई या खाना पचाने में दिक्कत महसूस हो तो इसे नज़रअंदाज बिल्कुल भी ना करें क्योंकि ये फैटी लिवर का संकेत हो सकता है। फैटी लिवर से निजात दिलाने में कई योगासन भी कारगर माने गए हैं। बाबा रामदेव के मुताबिक मंडुकासन और कपालभाति इनमें से एक है। मंडुकासन से डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इससे लिवर पर नकारात्मक असर नहीं पड़ता है।
ये घरेलू उपाय भी हैं कारगर:
- फैटी लिवर से निजात दिलाने में लौकी का जूस कारगर माना गया है।
- सर्वकल्प क्वाथ को लेने से पीलिया, सूजन, पेट व पेडू में दर्द, खाने का न पचना, भूख न लगना जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं। एक चम्मच क्वाथ को एक गिलास पानी में उबाल लें। जब 100 मिली. बचे तो इसे छान लें और खाली पेट पिएं।
- कम से कम चीनी का सेवन करें।
- फैटी लिवर को कम करने के लिए विटामिन सी युक्त फल खाएं, जैसे- नींबू और संतरा।