आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खानपान के चलते कम उम्र में ही कई बीमारियां लोगों को घेर रही हैं। इन्हीं में से एक है कोलेस्ट्रॉल की समस्या। शारीरिक स्थिरता और खानपान में लापरवाही के चलते बेहद कम उम्र में लोग इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक और स्ट्रोक से मौत के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा एक चिपचिपा पदार्थ होता है, जो कई हेल्दी सेल्स को बनाने में मदद करता है, साथ ही कुछ हार्मोन और विटामिन डी बनाने के लिए भी जरूरी है। हालांकि, शरीर में इसकी अधिक मात्रा जानलेवा हो सकती है।
अधिक मात्रा में होने पर ये नसों में प्लाक की तरह जमने लगता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। ऐसे में खून का दौरा बंद होते ही हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थिति पैदा हो सकती है। वहीं, वैसे तो ये समस्या किसी भी व्यक्ति को घेर सकती है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स 4 लोगों को इस गंभीर बीमारी का टेस्ट कराने की सलाह खासतौर पर देते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-
डायबिटीज से पीड़ितों को
हेल्थ एक्सपर्ट्स मधुमेह रोगियों को खासतौर पर नियमित तौर पर कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि डायबिटीज से पीड़ित लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या बहुत आम होती है। डायबिटीज में ब्लड शुगर की मात्रा अनकंट्रोल तरीके से बढ़ने लगती है। वहीं, अनियंत्रित ब्लड शुगर कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कंट्रोल से बाहर कर सकता है। यही वजह कि टाइप 2 डायबिटीज वाले 70% लोगों में डायबिटिक डिस्लिपिडेमिया होता है।
तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों को
तंबाकू खाने और स्मोकिंग करने वाले लोगों में भी बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा सबसे अधिक होता है। इसके अलावा ये आदतें अच्छे कोलेस्ट्रॉल को भी कम करती हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आप भी स्मोकिंग करते हैं या तंबाकू का सेवन करते हैं, तो बिना देरी किए कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर कराएं, साथ ही सेहत को बुरी तरह नुकसान पहुंचाने वाली इस आदत से भी दूरी बना लें।
40 से अधिक उम्र के लोगों को
एक्सपर्ट्स की मानें तो 40 या उससे अधिक उम्र के लोगों को दिल की बीमारियों से जुड़ा खतरा ज्यादा रहता है। इनमें से बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना सबसे आम है। ऐसे में 40 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों को भी समय-समय पर इसकी जांच जरूर करा लेनी चाहिए।
अधिक वजन वाले लोगों को
अगर आपका बीएमआई 30 से ऊपर है, तो इसे मोटापे की श्रेणी में डाला जाता है। वहीं, मोटापा ना केवल शर्मिंदगी का कारण बनता है, बल्कि ये अपने साथ कई गंभीर बीमारियां भी लेकर आता है। अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त होने से आपके दिल पर अतिरिक्त तनाव पड़ता है और उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आपका बीएमआई भी 30 से ऊपर है, तो कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर कराएं।
इन सब के अलावा 20 साल और उससे अधिक उम्र के हेल्दी वयस्कों को भी हर चार से छह साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। इससे आपको कोलेस्ट्रॉल के स्तर को ट्रैक करने और किसी भी संभावित जोखिम की पहचान करने में मदद मिल सकती है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।