What causes hypersomnia: हाइपरसोमनिया एक स्लीप डिसऑर्डर है। इस रोग में व्यक्ति को दिन में भी नींद नहीं आती है। कोई भी बहाना बनाकर या कोई बहाना ढूंढ़ते हुए इंसान दिन में भी सो जाता है। ज्यादा सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इससे शरीर में एनर्जी कम हो जाती है। व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर हो जाता है।
जानकारों के मुताबिक देर रात तक मोबाइल स्क्रॉल करने से भी हाइपरसोमनिया (What is hypersomnia?) की शिकायत होती है। कई अध्ययनों से पता चला है कि मोबाइल फोन से निकलने वाली नीली रोशनी नींद को प्रभावित करती है। वहीं, रात को सोते समय शराब पीने, धूम्रपान करने और कॉफी पीने से नींद नहीं आती है। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें कभी भी नींद आ जाती है। कई बार ऐसा भी होता है कि ये लोग दिन में भी सोते हैं। यह हाइपरसोमनिया (Hypersomnia) नामक बीमारी है। इस रोग में व्यक्ति को हर समय नींद आती रहती है वह सोने का कोई न कोई बहाना ढूंढता रहता है।
हाइपरसोमनिया किसे होता है?
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक Hypersomnia पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है। ऐसा माना जाता है कि यह लगभग 5% आबादी को प्रभावित करता है। इसका आमतौर पर किशोरावस्था या युवा वयस्कों (औसत आयु 17 से 24 वर्ष है) में निदान किया जाता है।
हाइपरसोमनिया का क्या कारण है?
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक हाइपर्सोमनिया के अधिकांश मामलों का कारण अज्ञात रहता है। शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क और मस्तिष्क मेरु द्रव में न्यूरोट्रांसमीटर की संभावित भूमिकाओं को देखा है जिसमें हाइपोकैट्रिन / ऑरेक्सिन, डोपामाइन, हिस्टामाइन, सेरोटोनिन और गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड (जीएबीए) शामिल हैं। इडियोपैथिक हाइपर्सोमनिया वाले 39% लोगों में पारिवारिक इतिहास मौजूद होने के कारण एक आनुवंशिक लिंक संभव हो सकता है।
नींद अवसाद का कारण बनती है
डॉक्टर हेमंत शर्मा के मुताबिक जैसा कि हम जानते हैं कि ज्यादा सोने से डिप्रेशन होता है। ज्यादा नींद लेने से दिमाग में डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। अगर आप ज्यादा सोते हैं तो आप पूरे दिन चिड़चिड़े रहेंगे।
दिल और याददाश्त कमजोर हो जाती है
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक जो लोग ज्यादा सोते हैं उन्हें दिल की बीमारी का खतरा होता है। इतना ही नहीं ज्यादा सोने से आपकी याददाश्त पर भी असर पड़ता है। ज्यादा सोने से याददाश्त कमजोर होती है।
हाइपरसोमनिया के लक्षण
हेल्थ लाइन के मुताबिक हाइपरसोमनिया के लक्षणों में भूख न लगना, बार-बार नींद आना, चिड़चिड़ापन, तनाव और अवसाद के साथ रहना, याददाश्त कम होना, दिन के समय बेचैनी और पैनिक अटैक आदि शामिल है।
हाइपरसोमनिया के उपाय
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक यदि आपको उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। यह एक सामान्य बीमारी है, लेकिन यात्रा के दौरान हाइपरसोमनिया खतरनाक साबित हो सकता है। इसके लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। अपनी सोने की शैली और स्थिति को भी बदलें। शाम के समय व्यायाम बिल्कुल न करें। साथ ही कैफीनयुक्त खाद्य पदार्थ और शराब से बिल्कुल भी परहेज करें।
