खराब डाइट, बिगड़ते लाइफस्टाइल और तनाव का असर हमारे दिल की सेहत को भी प्रभावित करता है। दिल को हेल्दी रखना बेहद जरूरी है। दिल का ख्याल दिल से रखेंगे तो आपके सांसों की डोर खिचेगी नहीं बल्कि स्मूथ चलेगी। अक्सर देखा जाता है कि मर्दों का दिल औरतों से ज्यादा कमजोर होता है। आंकड़ों पर ध्यान दें तो पुरुषों में हार्ट से जुड़ी बीमारियों जैसे हार्ट अटैक से मौत के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। लेकिन दुनियाभर के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिल के रोग महिलाओं की मृत्यु का प्रमुख कारण है। दिल से जुड़ी बीमारी होने पर बॉडी में आसानी से लक्षण देखने को नहीं मिलते हैं इसलिए कुछ जरूरी जांच समय पर कराना जरूरी है। कुछ हेल्थ चेकअप की मदद से दिल के रोगों के खतरे का पता लगाया जा सकता है।

हृदय रोग विशेषज्ञों के मुताबिक महिलाओं को 20 साल की उम्र के बाद कुछ जरूरी टेस्ट जरूर कराना चाहिए। इन टेस्ट की मदद से आप भविष्य में दिल के रोगों से बचाव कर सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप हर 6 महीने पर या साल में ये चार टेस्ट करा लें तो आप आसानी से दिल की सेहत को दुरुस्त रख सकते हैं और दिल के रोगों से बचाव कर सकते हैं।

रेगुलर blood pressure की कराएं जांच

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली के कार्डियोथोरेसिक और हृदय और फेफड़े के ट्रांसप्लांट सर्जरी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. मुकेश गोयल ने बताया कि रेगुलर ब्लड प्रेशर की जांच 20 साल की उम्र से ही शुरू कर देनी चाहिए। अगर बीपी नॉर्मल आता है तो आप साल में कभी कभी ये जांच करा सकते हैं। जिन लोगों की फैमिली हिल्ट्री रही है ऐसे लोग हर 3 महीने में बीपी की जांच कराएं। हाई ब्लड प्रेशर दिल के रोग और स्ट्रोक के लिए प्रमुख जोखिम कारक है इसलिए इन बीमारियों से बचाव के लिए रेगुलर बीपी टेस्ट कराना जरूरी है। हाई ब्लड प्रेशर दिल के रोग,किडनी और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है।

कोलेस्ट्रोल की कराएं जांच

यथार्थ हॉस्पिटल्स,सीनियर कंसल्टेंट-कार्डियोलॉजी डॉ. दीपांकर वत्स ने बताया कि जिन लोगों का मोटापा ज्यादा है या जिनकी हार्ट की बीमारियों से जुड़ी फैमिली हिस्ट्री है वो लोग रेगुलर कोलेस्ट्रॉल का चेकअप कराएं। कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करके आप दिल के रोगों से बचाव कर सकते हैं। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक खराब कोलेस्ट्रॉल तो दूसरा गुड कोलेस्ट्रॉल। ब्लड में LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से आर्टिरीज में प्लाक बढ़ने लगता है जिससे दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है। डॉक्टर महिलाओं को 20 साल की उम्र में कोलेस्ट्रॉल जांच शुरू करने की सलाह देते हैं।

HbA1c Test कराएं

डायबिटीज की बीमारी दिल के रोगों के लिए प्रमुख जोखिम कारक है। हाई ब्लड शुगर का स्तर रक्त वाहिकाओं और दिल को नियंत्रित करने वाली नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। अगर मोटापा और डायबिटीज आपकी फैमिली हिस्ट्री है तो 20 की उम्र में ही ब्लड शुगर का पता लगाने के लिए HbA1c Test कराएं। ये टेस्ट हर 6 महीने पर या साल में एक बार जरूर कराएं। इस टेस्ट की मदद से पिछले 3 महीनों में ब्लड में शुगर के स्तर का पता चलता है।