Diabetic Friendly Foods: डायबिटीज एक ऐसी समस्या है, जो एक बार किसी को अपना शिकार बना ले तो इससे निजात पाना नामुमकिन हो जाता है। शुगर का कोई स्थायी इलाज नहीं है। एक बार किसी को मधुमेह यानी शुगर हो जाए तो उसे इसे कंट्रोल में रखने के लिए दवा, अच्छे आहार और व्यायाम पर निर्भर रहना पड़ता है। डायबिटीज मरीज जिंदगी भर डायबिटिक बने रहते हैं। तमाम उम्र दवाइयां खाते रहते हैं ताकि ब्लड शुगर नॉर्मल रहे। अगर किसी को डायबिटीज है तो उस मरीज को पता है कि उसे अपनी डाइट में चीनी, गुड़, खांड, शहद, मिठाइयों, मीठे फल और शुगर बढ़ाने वाले फूड्स से परहेज करना पड़ता है।

आईसीएमआर-इंडिया सेबी द्वारा 2023 में की गई स्टडी के अनुसार, भारत में लगभग 101 मिलियन अधिक शुगर के मरीज हैं और यह संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। ऐसे कई लोग हैं, जो शुगर की दवाइयां ले रहे हैं और हेल्दी लाइफस्टाइल का ध्यान रख रहे हैं, फिर भी उनका ब्लड शुगर हाई ही रहता है। अपोलो अस्पताल की डॉ. सोनिया भट्ट ने कुछ डायबिटिक फ्रेंडली फूड्स का बताए हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हैं। ये फूड्स धीरे-धीरे एनर्जी रिलीज करते हैं और इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारते हैं।

डॉ. सोनिया भट्ट के मुताबिक, हम कुछ ऐसी छोटी-छोटी गलती करते हैं, जिसके चलते डायबिटीज को कंट्रोल में रखना मुश्किल हो जाता है। जब खाना खाते हैं, तो शरीर उसे ग्लूकोज में तोड़ देता है। यह ग्लूकोज ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाता है। ऐसे में शुगर के मरीजों को अपने खानपान से लेकर लाइफस्टाइल का भी ध्यान रखना चाहिए।

अलसी के बीज

अलसी के बीज डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, क्योंकि उनमें फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। अलसी के बीज में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसका मतलब है कि वे ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाते हैं, जिससे अचानक शुगर स्पाइक नहीं होता है। इसके अलावा अलसी के बीज सूजन को कम करते हैं और दिल को भी हेल्दी रखते हैं।

मूंग दाल

शुगर के मरीजों के लिए मूंग दाल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। मूंग दाल जिसे हरी दाल भी कहते हैं, मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है, क्योंकि मूंग दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर के लेवल में तेजी से वृद्धि नहीं होती। इसके अलावा मूंग दाल में प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन में हल्की और वजन घटाने में मददगार होती है।

साबुत अनाज

साबुत अनाज, जिन्हें होल ग्रेन्स भी कहा जाता है, टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं। साबुत अनाज में फाइबर अधिक होता है, जो ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर रखने और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है। गेहूं, ब्राउन राइस, बाजरा और जौ धीरे-धीरे पचते हैं और इससे लंबे समय तक पेट भरा रहता है।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।