जिन लोगों का ब्लड शुगर अक्सर बढ़ा रहता है, उनके लिए करेला किसी प्राकृतिक औषधि से कम नहीं है। करेला स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन आयुर्वेद में इसे अमृत के समान सब्जी बताया गया है। इसमें मौजूद सक्रिय यौगिक जैसे चारेंटिन (Charantin), पोलिपेप्टाइड-P (Polypeptide-P) और विसिन (Vicine) ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यही कारण है कि इसे डायबिटीज़-फ्रेंडली सब्जी माना जाता है। करेले में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल करते हैं। करेले में पाए जाने वाले तत्व शरीर में इंसुलिन जैसा प्रभाव डालते हैं, जिससे ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
करेले की सब्जी का अगर जूस निकालकर सेवन किया जाए तो ये पैंक्रियाज की बीटा कोशिकाओं को सक्रिय करती है और इंसुलिन स्राव को सपोर्ट करती है। करेले के रस का नियमित सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के साथ-साथ इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करता है।
आयुर्वेद में इस सब्जी को अमृत कहा जाता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक इस सब्जी का कड़वा स्वाद डायबिटीज मरीजों की सेहत पर अमृत का काम करता है। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए करेला के जूस के साथ खीरा और टमाटर का जूस मिक्स करके पिएं तो आसानी से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल कर सकते हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप करेले के जूस का स्वाद बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं तो आप इसका पाउडर या कैप्सूल के रूप में भी सेवन कर सकते हैं।
रिसर्च से जानें करेला कैसे डायबिटीज कंट्रोल करता है?
करेला एक ऐसी सब्जी है जिसका जूस अगर हफ्ते में सिर्फ 3 दिन पिएं तो आसानी से ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। जर्नल ऑफ ट्रेडिशनल एंड कॉम्प्लिमेंट्री मेडिसिन में 2017 में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक करेले का रस टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है। रिसर्च के मुताबिक इस जूस का सेवन करने के 90 मिनट बाद ही इसका असर दिखाई देने लगता है। रिसर्च में ये निष्कर्ष निकाला कि करेले का जूस डायबिटीज कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है।
करेला का जूस पीने से सेहत पर कैसा होता है असर
करेला एक ऐसा जूस है जो खून को साफ करता है। इसमें शरीर को डिटॉक्स करने वाले गुण भी मौजूद हैं। हफ्ते में दो से तीन बार इस जूस का सेवन किया जाए तो लिवर की हेल्थ में सुधार होता है। ये जूस वजन घटाने में भी मददगार साबित होता है। फाइबर से भरपूर करेले की सब्जी का सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए अमृत साबित होता है। करेले में मौजूद फाइबर भोजन को जल्दी पचने से रोकता है, जिससे अचानक ब्लड शुगर स्पाइक नहीं होता।
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ये जूस इम्यूनिटी को मजबूत करता है। इसका सेवन करने से सूजन कंट्रोल होती है। करेले का सेवन करने से कब्ज का इलाज होता है। ये सब्जी अल्सर के मरीजों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसका सेवन करने से श्वसन रोग, मलेरिया और कैंसर से भी बचाव होता है।