डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो इसकी वजह से बॉडी के दूसरे जरूरी अंगों को नुकसान पहुंच सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सबसे जरूरी काम है बॉडी को एक्टिव रखना, तनाव मुक्त रहना और डाइट में कार्ब्स का सेवन कम करना और प्रोटीन का सेवन बढ़ाना। डायबिटीज मरीज अगर इन तरीकों को अपना लें आसानी से ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल कर सकते हैं। डायबिटीज मरीजों के लिए कुछ फूड्स ऐसे हैं जिनका सेवन जहर की तरह असर करता है। तीन सफेद फूड चीनी, सफेद चावल और मैदा हैं जो ब्लड में शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झांजार के मुताबिक मैदा का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है। मैदा का सबसे कॉमन फूड है ब्रेड जिसका सेवन शहर से लेकर गांव तक में होता है। हालांकि ब्रेड आटे का और मल्टीग्रेन भी होता है लेकिन मैदे के ब्रेड का सेवन ज्यादा होता है। मैदा एक ऐसा फूड है जिसमें बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व कम होते हैं।
मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में तेजी से बढ़ रही क्रॉनिक बीमारियों जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और दिल के रोगों के लिए मैदा, सफेद चीनी और सफेद चावल जैसे सफेद फूड जिम्मेदार हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ये तीनों फूड्स डायबिटीज को कैसे बढ़ाते हैं।
मैदा करता है ब्लड शुगर स्पाइक
मैदा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है जो न केवल डायबिटीज मरीजों के लिए बल्कि प्री-डायबिटिक लोगों के लिए भी घातक होता है। डायबिटीज मरीज अगर रेगुलर मैदा का सेवन करें तो ब्लड शुगर हाई होने का खतरा बढ़ सकता है। मैदे का सेवन आजकल बहुत ज्यादा बढ़ गया है। मैदे से नान, ब्रेड,बर्गर, रूमाली रोटी, भटूरा, कुलचा,पिज्जा और बर्गर जैसे फूड बनते हैं। ये सभी फूड डायबिटीज मरीजों के लिए नुकसानदायक है। डायबिटीज मरीज इन से परहेज करें तो आसानी से ब्लड शुगर को नॉर्मल कर सकते हैं।
चीनी बढ़ाती है मोटापा और डायबिटीज
चीनी का सेवन कई तरह के ड्रिंक, फ्रूट जूस,अनाज, कुकीज़, केक, कैंडी और ज्यादातर प्रसंस्कृत फूड्स में किया जाता है। चीनी उन फूड्स में भी मौजूद होती है जिन्हें आप मीठा नहीं समझते जैसे सूप, ब्रेड, मीट और केचप। चीनी का बढ़ता सेवन ब्लड शुगर को स्पाइक करता है। हॉर्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के मुताबिक चीनी का ज्यादा सेवन हाई ब्लड प्रेशर, सूजन, वजन, फैटी लिवर और डायबिटीज का जोखिम बढ़ाता है। डायबिटीज मरीज सफेद चीनी का सेवन करने से परहेज करें उसकी जगह गुड़ या शहद का सीमित सेवन कर सकते हैं।
सफेद चावल से करें परहेज
सफेद चावल को खाली कार्ब्स माना जाता है क्योंकि यह प्रसंस्कृत फूड है जो अपने पोषक तत्वों को खो देता है। सफेद चावल की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए और उसके स्वाद में सुधार करने के लिए उसकी ऊपरी परत निकाल दी जाती है जो फाइबर और बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। सफेद चावल में सिर्फ कार्ब्स रह जाता है,अगर डायबिटीज मरीज इस चावल का सेवन करते हैं तो उनकी ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लगता है। अगर आप डायबिटीज मरीज हैं तो हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले सफेद चावल का सेवन करने से परहेज करें।