पिछले कुछ सालों में डायबिटीज एक बेहद गंभीर बीमारी बनकर सामने आई है। खासकर भारत में मधुमेह से पीड़ितों की संख्या में बड़ा उछाल देखने को मिला है। ये एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जो अनुवांशिक कारणों से हो सकता है, जिसे टाइप 1 डायबिटीज कहा जाता है। वहीं, अधिकतर लोगों में खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान मधुमेह का कारण बन जाता है, जिसे टाइप 2 डायबिटीज कहा जाता है।
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि गलत खानपान और शारीरिक गतिविधियों में ढीलेपन के चलते पैंक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन की मात्रा को कम करने लगता है। इससे शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है और शुगर ब्लड में जमा होना शुरू हो जाती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं। ऐसे में इस गंभीर बीमारी को कंट्रोल करने के लिए बल्ड शुगर का कंट्रोल में रहना बेहद जरूरी है। इसी कड़ी में यहां हम आपको 5 ऐसे जूस बता रहे हैं, जिनका सेवन बढ़ते ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है।
करेले का जूस
डायबिटीज रोगियों के लिए करेले का सेवन फायदेमंद माना जाता है। इस कड़वी सब्जी को खाने से ग्लाइसेमिक कंट्रोल बना रहता है। करेले में मौजूद चरनटीन से खून में ग्लूकोज का लेवल कम होता है। साथ ही इसमें में पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन भी पाया जाता है, जो प्राकृतिक तरीके से डायबिटीज को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकता है। ऐसे में आप नियमित तौर पर इसका जूस बनाकर सेवन कर सकते हैं।
नोनी का जूस
रिसर्च गेट पर प्रकाशित एक शोध के नतीजों के मुताबिक, नोनी फल का जूस बेहद तेजी से बल्ड शुगर को कंट्रोल करने और डायबिटीज से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इंसुलिन के काम को बढ़ाकर हाई बल्ड शुगर लेवल को कम करते हैं। वहीं, जब ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है तो डायबिटीज से खुदबखुद राहत मिल जाती है। ऐसे में इस गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग रोजाना नोनी जूस का सेवन कर सकते हैं।
अरबी के पत्तों का जूस
अरबी के पत्ते एस्कुलेंटा फाइबर से भरे होते हैं, इनमें कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीफेनोल्स भी पाए जाते हैं जो ब्लड में शुगर को मेंटेन रखते हैं। इसके अलावा अरबी के पत्तों में भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन बी 6, फोलेट, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, मैंगनीज, जिंक, कॉपर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शुगर के मरीज के लिए जरूरी हैं। ऐसे में अरबी के पत्तों से तैयार जूस डायबिटीज में फायदेमंद हो सकता है।
पालक का जूस
पालक का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर माना जाता है। पालक में क्रोमियम पाया जाता है जो इंसुलिन को काम करने में मदद करता है। साथ ही पालक में बहुत कम मात्रा में कैलोरी होने के कारण भी इसका जूस डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है।
कच्चे पपीते का जूस
इन सब के अलावा डायबिटीज के मरीजों को कच्चे पपीते का जूस भी फायदा पहुंचा सकता है। इसमें हाई फाइबर और कम वसा वाली सामग्री होती है। रॉ पपीता पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और सोडियम का भी अच्छा स्रोत होता है। पपीते में पपैन और काइमोपैन नाम के एंजाइम होते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट को आसानी से पचने योग्य रूपों में तोड़ने में मदद कर सकते हैं, जिससे ब्लड शुगर स्पाइक्स को रोका जा सकता है। हालांकि, इसमें कैलोरी कम होती है,लेकिन इसमें स्वाभाविक रूप से कार्बनिक शुगर की मात्रा मौजूद होती है। इसलिए इसे अत्यधिक मात्रा में नहीं लें आप भोजन के कुछ घंटे बाद इस जूस को पी सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।