Diabetes Patients Diet: भारत समेत दुनिया भर में डायबिटीज से पीड़ित मरीजों की तादाद बढ़ती ही जा रही है। ये एक क्रॉनिक रोग है जो ब्लड शुगर बढ़ने से लोगों को अपनी चपेट में लेता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि जो लोग कार्ब्स, फैट, प्रोसेस्ड फूड और नैचुरल शुगर का सेवन ज्यादा करते हैं, इससे भी ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है। यही कारण है कि डायबिटीज रोगियों को खानपान में कोताही बरतने की सलाह दी जाती है। शुगर बढ़ने से हृदय रोग, किडनी की बीमारी और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इस बीमारी में मरीजों को स्वस्थ और बैलेंस्ड डाइट लेना चाहिए। आइए जानते हैं कि किन फूड्स से डायबिटीज पेशेंट्स को परहेज करना चाहिए –
फलों का रस: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मधुमेह रोगियों के लिए सभी फलों का सेवन हानिकारक नहीं होता है। कुछ फल मरीज खा सकते हैं जिनमें नैचुरल शुगर कम पाया जाता हो। लेकिन फलों के रस के सेवन से बचना चाहिए। इसमें फाइबर की मात्रा बेहद कम होती है, साथ ही फ्रक्टोज ज्यादा मौजूद होता है। इससे ब्लड शुगर का स्तर अचानक से बढ़ जाता है।
मैदा: विशेषज्ञों का मानना है कि डायबिटीज रोगियों को सफेद ब्रेड, सफेद चावल, पास्ता, बेकरी आइटम और मैदा से बने अन्य नाश्ते से दूरी बनानी चाहिए। इन फूड्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। इस कारण मस्तिष्क की कार्य प्रणाली प्रभावित होती है जिससे मरीजों में मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। माना जाता है कि ब्लड स्ट्रीम में शुगर को अवशोषित करने में फाइबर की जरूरत पड़ती है और मैदा में फाइबर की मात्रा बेहद कम होती है।
फ्लेवर्ड यॉगर्ट: दही में प्रोबायोटिक्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है। लेकिन फ्लेवर्ड यॉगर्ट के सेवन से उन्हें बचना चाहिए। अधिकतर फ्लेवर्ड दही में में चीनी की मात्रा अधिक और आर्टिफिशियल चीजें रहती हैं जो सेहत के लिए नुकसानदेह साबित होती हैं।
तला-भुना खाना: फ्रेंच फ्राइज और चिप्स जैसे फ्राइड फूड के सेवन से भी डायबिटीज के मरीजों को बचना चाहिए। इसमें कार्बोहाइड्रेट की अधिकता होती है जो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करते हैं।
फुल फैट मिल्क: दूध में सभी प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, इसी कारण इसे कंप्लीट फूड कहा जाता है। हालांकि, मधुमेह रोगियों को दूध के सेवन के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें फुल फैट दूध से परहेज करना चाहिए क्योंकि इसमें सैच्युरेटेड फैट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे इंसुलिन रेसिसटेंस और खराब हो सकता है।