Diabetes Drink: भारत समेत दुनिया भर में मधुमेह रोग के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। वर्ल्ड डायबिटीज एसोसिएशन के मुताबिक भारत में डायबिटीज के अधिकतर मामले अनदेखे रह जाते हैं जिस कारण इसे मधुमेह की राजधानी भी कहा जाता है। बता दें कि ये एक लाइलाज रोग है जो खराब जीवन शैली व अस्वस्थ खानपान के कारण लोगों को अपनी चपेट में लेता है। इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ डायबिटीज के मरीजों को सेहतमंद भोजन करने की सलाह देते हैं। स्वस्थ खानपान से इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है।
जौ का पानी डायबिटीज रोगियों के लिए लाभकारी: कई शोध के मुताबिक डायबिटीज रोगियों के लिए जौ किसी दवा से कम नहीं होता है। इसके मुताबिक जौ के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। ये वजन कम करने में भी सहायक है। इसे लोग दलिया, खिचड़ी या पेय पदार्थ के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
पोषक तत्वों का है खजाना: जौ में फाइबर, विटामिन, मिनरल्स, बीटा-ग्लूकेन, फाइटोस्टेरोल्स जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी तत्व डायबिटीज रोगियों के शरीर को शक्ति प्रदान करता है और बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है। इसके अलावा जौ में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैगनीज, सेलेनियम, जिंक, कॉपर, प्रोटीन, अमीनो एसिड, डायट्री फाइबर्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। आइए जानते हैं कैसे –
बॉडी को मिलती है एनर्जी: फाइबर डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत करने के साथ ही ब्लड शुगर के स्तर में कमी लाने में भी मददगार है। फाइबर खाने को पचाने में समय लगाता है, इससे भोजन के बाद अचानक से लोगों में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ता नहीं है। बता दें कि डायबिटीज रोगियों को कार्ब्स खाने की मनाही होती है, ऐसे में उनके भीतर एनर्जी की कमी होती है, इसलिए उन्हें जल्दी ही थकान होने लगती है। ऐसे में जौ का पानी मदद कर सकता है, इसमें मौजूद सॉल्यूबल फाइबर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
कम करता है मोटापा: जौ में जीरो फैट और जीरो शुगर होता है, यानी इसके सेवन से लोगों का वजन नहीं बढ़ता है। साथ ही, फाइबर होने के कारण शरीर में फैट जमा नहीं होता है। इसके अलावा, जौ ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को शरीर में नियंत्रित रखता है।
कैसे बनाएं जौ का पानी: रात भर जौ को एक गिलास पानी में भिगोए रखें, फिर सुबह उठते ही उन्हें छानकर खाली पेट इस पानी का सेवन करें।