डायबिटीज मरीजों के लिए ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल करना बेहद जरूरी है। कुछ लोगों की ब्लड शुगर इतनी ज्यादा अनकंट्रोल होती है कि दवा का असर भी चंद घंटों के लिए रहता है और ग्लूकोज का मीटर फिर से सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। डायबिटीज को बिस्तर से उठने से लेकर रात को सोने तक कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। कुछ लोगों की फास्टिंग शुगर हाई होती है तो कुछ लोगों की खाने के बाद की शुगर हाई होती है। कुछ लोग ऐसे भी है जिनकी शुगर खाली पेट 500 तक भी पहुंच जाती है और दिन भर इस तरह का ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव होता रहता है।
जिन लोगों की ब्लड शुगर में दिन भर उतार चढ़ाव आता रहता है वो अपने लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करें। सबसे पहले ऐसे लोग अपनी बॉडी को एक्टिव करें। बॉडी एक्टिव करने के लिए एक्सरसाइज और योग करें ताकि तनाव भी कंट्रोल रहे। तनाव ब्लड शुगर हाई होने का बड़ा कारण है। आप डाइट में सुधार करें। अपनी डाइट में आप कार्ब्स का सेवन कंट्रोल करें, प्रोटीन और फाइबर का सेवन बढ़ाएं। लाइफस्टाइल और डाइट में किया गया बदलाव आपकी ब्लड शुगर को नॉर्मल करने में मदद करेगा।
आप ब्लड शुगर नॉर्मल करने के लिए डाइट में कुछ हर्बल पौधों की पत्तियों को चबाएं। अक्सर लोग डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए तुलसी और करी पत्ता को ही अहमियत देते हैं। आप जानते हैं कुछ पौधे औषधीय गुणों से भरपूर हैं जो न सिर्फ बॉडी को हेल्दी बनाते हैं, रोगों से बचाव करते हैं बल्कि ब्लड शुगर का स्तर भी नॉर्मल करते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन पौधे की पत्तियों का सेवन करें। इन पत्तों को रोज चबाने से ब्लड में शुगर का स्तर कम होता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि जिन मधुमेह रोगियों ने इस पौधे की पत्तियों का सेवन किया उनके रक्त शर्करा के स्तर में गिरावट देखी गई। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से मेडिसिनल पौधों की पत्तियां डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करती हैं।
इंसुलिन की पत्तियां कैसे डायबिटीज करती हैं कंट्रोल
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक इंसुलिन एक ऐसा मेडिसिनल प्लांट है जिसके पौधे की पत्तियों को अगर बासी मुंह चबाया जाए तो फास्टिंग शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। इंसुलिन पौधे की पत्तियां नेचुरल तरीके से इंसुलिन का निर्माण करती है और ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। इंसुलिन की पत्तियां नैचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करेंगी और बिना दवाई के ब्लड शुगर को कंट्रोल करेंगी। इसका स्वाद खाने में खट्टा है लेकिन गुण बहुत ज्यादा हैं। इस पौधे में मौजूद नेचुरल केमिकल चीनी को ग्लाइकोजन में बदल देता हैं जिससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। रोज इन पत्तियों को खाने से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है।
स्टीविया लीव्स खाएं
डायबिटीज मरीज मीठा खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करना चाहते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को भी नॉर्मल करना चाहते हैं तो आप स्टीविया लीव्स खाएं। ये पत्तियां नेचुरल तरीके से ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करती हैं। वेबएमडी के मुताबिक स्टीविया लीव्स जो शुगर सब्स्टिट्यूट हैं जिसमें बहुत ही कम कैलोरी होती है। अगर इन पत्तियों का ठीक तरह से सेवन किया जाए तो ये डायबिटीज मरीजों को मीठा खाने की क्रेविंग कंट्रोल करती हैं और ब्लड शुगर भी नॉर्मल रहेगा। स्टीविया में मौजूद स्टीवियोल ग्लाइकोसाइड्स शरीर में ग्लूकोज को नहीं बढ़ाता। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि स्टीविया की पत्तियां इंसुलिन की संवेदनशीलता को बेहतर बनाती हैं जिससे ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। ये पत्तियां नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करती है और ब्लड शुगर नॉर्मल करती है।
गुड़मार के पत्तों का करें सेवन
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक औषधीय गुणों से भरपूर गुड़मार की पत्तियां तेजी से शुगर को कंट्रोल करती हैं। अगर आप ब्लड शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं तो गुड़मार का सेवन करें। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि डायबिटीज मरीज अगर इन पत्तों को खाएं तो शुगर नॉर्मल रहती है। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से खाली पेट 5-5 गुड़मार के पत्ते लेकर चबा लें आपको फायदा होगा।
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