डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जिसकी चपेट में आने पर व्यक्ति को ताउम्र दवाओं के सहारे रहना पड़ सकता है। बावजूद इसके कई बार खानपान में गड़बड़ी होने पर मधुमेह रोगियों की स्थिति बेहद गंभीर हो जाती है। दरअसल, हमारा शरीर हमारे भोजन को कार्बोहाइड्रेट में तोड़कर ग्लूकोज में बदलता है। इसके बाद हमारे पैंक्रियाज से इंसुलिन नामक हार्मोन निकलता है, जिसकी मदद से बॉडी सेल्स इस शुगर को सोख कर एनर्जी बनाती हैं और हमारा शरीर इस एनर्जी को हर तरह के शारीरिक कार्यों के लिए उपयोग करता है।
हालांकि, डायबिटीज होने पर व्यक्ति का शरीर या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता या फिर इंसुलिन का उत्पादन होता तो है लेकिन शरीर ठीक ढंग से उसका उपयोग नहीं कर पाता है। ऐसे में बॉडी शुगर या कार्बोहाइड्रेट का अवशोषण नहीं कर पाती है। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा अनकंट्रोल तरीके से बढ़ने लगती है और बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल हार्ट, लिवर, किडनी, लंग्स, आंख सहित शरीर के कई अंगों के लिए खतरा बनता चला जाता है। यही वजह है कि मधुमेह रोगियों के लिए मीठे का सेवन सेहत को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाने जैसा है। हालांकि, अगर आप भी मधुमेह से पीड़ित हैं, लेकिन आपको समय-समय पर मीठा खाने की क्रेविंग होती रहती है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। यहां हम आपको एक ऐसी खास रोटी के बारे में बता रहे हैं, जिसे नाश्ते में खाकर आप दिनभर शुगर की क्रेविंग को दूर रख सकते हैं।
कैसे करें तैयार?
दरअसल, हाल ही में डाइटिशियन मनप्रीत कालरा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में वे शुगर क्रेविंग को कम करने के लिए मेथी, बेसन, अजवाइन और रागी से बनी एक रोटी की रेसिपी शेयर करती नजर आ रही हैं। डाइटिशियन के मुताबिक, बार-बार मीठा खाने की क्रेविंग होने के पीछे इंसुलिन रेसिस्टेंस एक अहम कारण हो सकता है। सिंपल कार्ब्स खाने पर आपका ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ता है और फिर अचानक घटने लगता है, जिससे आपको बार-बार मीठा खाने की क्रेविंग होती है। वहीं रागी, बेसन और मेथी और अजवाइन ये सभी चीजें ही इंसुलिन रेसिस्टेंस को कम करने में मददगार मानी जाती हैं।
कैसे हैं फायदेमंद?
- सबसे पहले बात बेसन की करें, तो एक तरफ 10 से भी कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के चलते ये खाने के बाद ब्लड में शुगर की मात्रा को अधिक बढ़ने नहीं देता है। दूसरी ओर बेसन में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में असरदार माना जाता है।
- रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बेहद कम होता है, साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में मदद करते हैं।
- मेथी की पत्तियां, पाउडर और बीज तीनों डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर रक्त में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है, साथ की इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में भी असरदार है।
- इन सब से अलग अजवाइन में कुछ खास एंजाइम मौजूद होते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट को तोड़ने में मदद करते हैं, इससे भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में आसानी होती है।
इस तरह बनाएं रोटी
- इसके लिए सबसे पहले एक पैन में एक चम्मच घी डालकर गर्म कर लें।
- इसके बाद इसमें एक चम्मच अजवाइन मिलाकर हल्का भून लें।
- अब, पैन में बारीक कटे हुए मेथी के पत्ते और एक चम्मच बेसन मिलाकर अच्छी तरह चला लें।
- सभी चीजें आपस में मिल जाने के बाद इसमें स्वाद अनुसार काला नमक मिलाएं।
- करीब 3-4 मिनट सभी चीजों को मीडियम फ्लेम में भूनने के बाद गैस बंद कर दें।
- हल्का ठंडा हो जाने पर इस पेस्ट को रागी के आटे में मिलाकर रोटियां बना लें।
- इस तरह तैयार की गई रोटियां स्वाद में भी आपको खूब पसंद आने वाली हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।