Diabetes and Kidney Disease: अस्वस्थ और लापरवाह जीवन शैली के कारण लोगों को डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में मार्च 2020 तक करीब 7 करोड़ 70 लाख वयस्क डायबिटीज से ग्रस्त हैं। बता दें कि चीन के बाद डायबिटीज के मरीजों की संख्या में भारत विश्व में दूसरे नंबर पर है। वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि देश में लोग इस बात से अनजान होते हैं कि उन्हें डायबिटीज (Undiagnosed Diabetes) है। इसी कारण से भारत को इस बीमारी की राजधानी कहा जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शुगर लेवल की उच्च मात्रा किडनी को भी प्रभावित कर सकती है।

जानिये डायबिटीज बीमारी को विस्तार से: डायबिटीज एक ऐसी ही बीमारी है जो आमतौर पर लोगों को अस्वस्थ आहार लेने से और शारीरिक रूप से असक्रिय होने के कारण अपनी चपेट में लेती है। मसालेदार, प्रोसेस्ड, पैकेज्ड और फास्ट फूड शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं। मुख्यतौर से डायबिटीज दो तरह का होता है।

टाइप 1 डायबिटीज एक ऑटो इम्युन डिजीज है जिसमें पैन्क्रियाज सुचारू ढंग से कार्य करने में असमर्थ हो जाते हैं। इस वजह से बॉडी में इंसुलिन का प्रोडक्शन रुक जाता है। मधुमेह के करीब 95 प्रतिशत मरीजों को टाइप 2 डायबिटीज की शिकायत होती है। इस स्थिति में बॉडी में इंसुलिन बनता तो है लेकिन शरीर उसका इस्तेमाल नहीं कर पाता है। बॉडी सेल्स उसे लेकर इनसेंसिटिव हो जाते हैं।

क्या है डायबिटीज और किडनी के बीच संबंध: स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि मधुमेह रोगियों में पेशाब के मार्ग में एक प्रोटीन का रिसाव होता है जो किडनी को भी प्रभावित करते हैं। एल्ब्यूमिन प्रोटीन किडनी के ब्लड वेसल्स को संकुचित कर देते हैं जिससे ब्लड में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में किडनी सक्षम नहीं रह जाता है।

डायबिटीज रोगियों की यूरिनरी ब्लैडर पर हर समय दबाव बना रहता है, इस प्रेशर के कारण किडनी के कमजोर होने का खतरा रहता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार यदि पेशाब ज्यादा तक ब्लैडर में रह जाए तो इससे किडनी में इंफेक्शन का डर बना रहता है। कई गंभीर मामलों में मरीज को किडनी फेलियर भी हो सकता हैै।

किन बातों का रखें ध्यान: स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि मधुमेह के मरीजों को अपने वजन पर संतुलन रखना चाहिए। साथ ही, डाइट का भी खास ख्याल रखें, नमक का सेवन कम करें, ज्यादा पानी पीयें – इससे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलने में मदद मिलती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार डायबिटीज रोगी जिनकी किडनी पूरी तरह सक्रिय नहीं है उन्हें अजवाइन खाना चाहिए क्योंकि ये शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है।