डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर, ये दोनों ही शरीर के लिए साइलेंट किलर मानी जाती हैं। इनसे पीड़ित व्यक्ति की जरा सी भी लापरवाही कई बार उसे अस्पताल तक जाने को मजबूर कर देती है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो हाई ब्लड प्रेशर असल में कोई बीमारी नहीं है। ये शरीर को प्रोटेक्टिव अलर्ट करने के लिए है क्योंकि इससे जूझ रहे व्यक्ति को हार्ट, किडनी, लिवर, लंग्स, ब्रेन से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना ज्यादा रहती है। दूसरी ओर बात अगर डायबिटीज की करें, तो ये ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा अनकंट्रोल तरीके से बढ़ने के कारण होती है।
इन दोनों ही स्वास्थ्य स्थितियों के लक्षण देरी से दिखाई देते हैं ऐसे में अधिकतर मामलों में मरीज की स्थिति गंभीर ही होती है। हालांकि, राहत की बात ये है कि लाइफस्टाइल और खानपान में कुछ हेल्दी बदलावों के साथ डायबिटीज और हाई बीपी की समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स शुगर और बीपी के मरीजों को हमेशा फिजिकली एक्टिव रहने की सलाह देते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल कर भी इन दोनों परेशानियों पर कंट्रोल पा सकते हैं। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको एक ऐसी मैजिकल चीज के बारे में बता रहे हैं, जिसका नाश्ते में सेवन करने से आप दिनभर इन परेशानियों से खुद को दूर रख सकेंगे।
सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं ओट्स
ओट्स में फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम, जिंक, पोटैशियम, नियासिन, विटामिन ए, बी6, बी12, विटामिन डी आदि जैसे कई पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
कैसे करता है असर?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ओट्स में एवेनथ्रामाइड्स नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो बॉडी में नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ा देते हैं। ये तत्व नसों को रिलैक्स कर उन्हें खोलता है, जिसके चलते ब्लड फ्लो का प्रेशर नॉर्मल हो जाता है। ऐसे में सुबह के समय ओट्स खाने से ये दिनभर बीपी को कंट्रोल में रखने में असरदार साबित हो सकते हैं।
इसके अलावा ओट्स में मौजूद बीटा ग्लूकैन हाई ब्लड शुगर में भी फायदा करता है। खासतौर से ज्यादा वजन वाले लोगों में ये इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाता है, इससे खून में अतिरिक्त ग्लूकोज इकट्ठा नहीं हो पाता है। यानी साधारण सा दिखने वाला ये नाश्ता दो गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों पर जादू की तरह असर कर सकता है।
कैसे करें सेवन?
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए जरूरी है आप ओट्स में शुगर बिल्कुल ना मिलाएं। इसके अलावा फ्लेवर्ड ओट्स की जगह सादे ओट्स का सेवन करें। इस तरह ये सेहत को बेहतर तरीके से फायदा पहुंचाने का काम करेगा।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।