बारिश के आने से गर्मी से राहत तो मिलती है, हालांकि इस मौसम में बीमारियों का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इनमें भी इस मौसम में डेंगू के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं। डेंगू को ‘हड्डी तोड़ बुखार’ के रूप में जाना जाता है। ये फ्लू एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की एक रिपोर्ट बताती है कि दुनिया की लगभग आधी आबादी अब डेंगू के खतरे में है, साथ ही रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि हर साल करीब 100 से 400 मिलियन लोग डेंगू से संक्रमित होते हैं। ऐसे में खासकर बारिश क मौसम में डेंगू से सावधानी बरतना बेहद जरूरी हो जाता है। इसी कड़ी में यहां हम आपको कुछ खास टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप डेंगू के खतरे से बच सकते हैं।

इससे पहले जान लेते हैं डेंगू फैलने के कुछ आम कारणों के बारे में-

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली के सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ. गौरव जैन बताते हैं, ‘एडीज मच्छर के काटने पर व्यक्ति की बॉडी में डीईएनवी-1 (DENV-1), डीईएनवी-2 (DENV-2), डीईएनवी-3 (DENV-3) या डीईएनवी-4 (DENV-4) वायरस प्रवेश करता है। ये रक्त प्रवाह के जरिए पूरे शरीर में फैल जाता है और फिर डेंगू बुखार के रूप में उभरता है। ऐसे में आपको बरसात के मौसम में मच्छरों से बचकर रहना है क्योंकि डेंगू का सबसे प्रमुख कारण मच्छर ही हैं।’

कैसे पता चलेगा कि हो गया है डेंगू

इस सवाल को लेकर श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली के प्रिंसिपल कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन एंड इन्फेक्शन डिजी डॉ. दीपक गुप्ता बताते हैं, ‘डेंगू होने पर व्यक्ति को कुछ खास तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं। इन लक्षणों पर समय रहते ध्यान देकर, सही इलाज के साथ आप स्थिति को अधिक गंभीर होने से रोक सकते हैं।’

नजर आते हैं ये लक्षण

डॉ. दीपक गुप्ता के मुताबिक, सबसे पहले व्यक्ति को तेज बुखार का अनुभव होता है। ज्यादातर मामलों में 104 फारेनहाइट डिग्री का बुखार होता है। इसके साथ जी मचलना, सिर दर्द होना, हड्डियों में दर्द होना, मांसपेशियों में दर्द होना, जोड़ों में दर्द होना, उल्टी आना, आंखों के पीछे दर्द होना, त्वचा पर लाल चकत्ते होना आदि परेशानियां व्यक्ति को घेर लेती हैं। ऐसे में अगर आपको या आपके किसी परिचित को इस प्रकार के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही अगर सामान्य बुखार भी है तो भी आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, इस मौसम में जरा भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण है कि किसी भी प्रकार की दर्द निवारक दवा न लें क्योंकि इससे प्लेटलेट काउंट में तेजी से गिरावट हो सकती है।

इस तरह करें खुद का बचाव

वहीं, इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए नारायणा हॉस्पिटल आर एन टैगोर हॉस्पिटल, मुकुंदापुर में कंसल्टेंट, क्रिटिकल केयर डॉ. राकेश शर्मा बताते हैं, ‘डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से दूरी बनाकर रहना सबसे जरूरी है। इसके लिए कुछ बातों पर अवश्य ध्यान दें, जैसे- अपने आसपास ज्यादा दिन तक पानी को जमा ना होने दें, साफ सफाई का ख्याल रखें, साथ ही घर से बाहर निकलते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें, इससे मच्छर के दंश की संभावना कम हो जाती है।’

डॉ. राकेश शर्मा बताते हैं, ‘डेंगू के मच्छर सुबह और शाम के समय अधिक सक्रिय रहते हैं। ऐसे में खासकर इस समय ज्यादा सावधानी बरतें। अपने शरीर के अंगों को ढक कर रखें, बाहर निकलते समय मच्छर रोधी क्रीम जरूर लगाएं, साथ ही रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। इस तरह कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखकर आप डेंगू के प्रकोप से बच सकते हैं।’

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।