उम्र बढ़ने के साथ-साथ बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। उम्र बढ़ने का असर ना सिर्फ बॉडी को प्रभावित करता है बल्कि ब्रेन को भी प्रभावित करता है। उम्र बढ़ने पर लोगों को ब्रेन से संबंधित जो बीमारी सबसे ज्यादा परेशान करती है वो है डिमेंशिया। इस बीमारी की वजह से मरीज की याददाश्त कमजोर होने लगती है और वो जरूरी काम भी भूलने लगता है। अगर ये बीमारी ज्यादा बढ़ जाए तो मरीज परिवार के सदस्यों तक को भूलने लगता है।

डिमेंशिया की बीमारी आमतौर पर सेरेब्रल कॉर्टेक्स (Cerebral Cortex) में गड़बड़ी के कारण होती है। ये ब्रेन का रोग है जो सोचने विचारने, निर्णय लेने और व्यक्तित्व को कायम रखने का काम करता है। जब मस्तिष्क कोशिकाएं नष्ट हो जाती है तो डिमेंशिया की परेशानी होती है। मैक्स हॉस्पिटल वैशाली गाजियाबाद में सीनियर कंसल्टेंट डॉ कपिल सिंघल के मुताबिक 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में अल्जाइमर रोग सबसे आम रूप है। अगर खान-पान का ध्यान नहीं रखा जाए तो कम उम्र में भी ये बीमारी हो सकती है।

डिमेंशिया के लक्षणों की बात करें तो जब किसी व्यक्ति को डिमेंशिया है तो उसकी याददाश्त कमजोर होने लगती है वो चीजों को रखकर भूलता है। इस बीमारी में इंसान अपना नाम और उम्र तक भूलने लगता है। डिमेंशिया की समस्या होने पर व्यक्ति को बातचीत करने में भी दिक्कत महसूस हो सकती है। इस बीमारी से बचने के लिए रेगुलर डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। डाइट में जरूरी पोषक तत्वों को शामिल करके आप ब्रेन को हेल्दी रख सकते हैं और याददाश्त को भी दुरुस्त कर सकते हैं।

डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करें:

अगर याददाश्त कमजोर होने की इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करें। केल, कोलार्ड ग्रीन्स, पालक, और कई हरी पत्तेदार सब्जियां आपके दिमाग को इस बीमारी से बचाती है। इसमें विटामिन बी जैसे फोलेट और बी9 पाया जाता है जो मेंटल हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ता है।

क्रूसिफेरस सब्जियां का करें सेवन:

क्रूसिफेरस सब्जियां जैसे ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स को डाइट में शामिल करें। आप लहसुन और जैतून के तेल में क्रुसिफेरस सब्जियों को भूनकर खाएं आपकी सेहत को फायदा होगा।

बेरीज से करें ब्रेन की इस बीमारी का इलाज:

कई तरह की बेरीज रसभरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी में एंथोसायनिन नामक एक फ्लेवोनोइड पाया जाता है जो ब्रेन की हेल्थ को दुरुस्त करता है।इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन मौजूद होते हैं जो मेंटल हेल्थ पर पॉजिटिव असर डालते हैं।

इन बीजों को डाइट में शामिल:

ओमेगा-3 से भरपूर फूड्स जैसे जैतून का तेल,सूरजमुखी के बीज,कद्दू के बीज,अलसी के बीज, और फैटी फिश जैसे ट्यूना, साल्मन और मैकेरल में ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मौजूद होता है जो डिमेंशियां का उपचार करने में असरदार हैं।