यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन महिलाओं में तेजी से पनपने वाली बीमारी बनता जा रहा है। ये बीमारी बेहद परेशान करने वाली और दर्दनाक है जो ब्लैडर से संबंधित विभिन्न समस्याओं को जन्म दे सकती हैं। एक रिसर्च में शोधकर्ताओं ने बताया है कि लगभग एक तिहाई महिलाएं यूटीआई का शिकार हो सकती हैं। यदि इस बीमारी का उपचार नहीं किया जाए तो यूटीआई (UTI) किडनी में जा सकता है और आगे कई स्वास्थ्य संबंधित जटिलताओं का कारण बन सकता है। महिलाओं में तेजी से पनपने वाली इस बीमारी के शिकार पुरुष और बच्चें भी हो सकते हैं।

यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के लक्षणों की बात करें तो इस बीमारी में पेशाब में जलन, पेट में तेज दर्द के साथ बुखार भी रहता है। इस परेशानी से जूझ रही महिलाएं अगर क्रैनबेरी का सेवन करें तो इस परेशानी का आसानी से उपचार किया जा सकता है। क्रैनबेरी यूटीआई के इलाज में मदद करती हैं इसका वैज्ञानिक प्रमाण भी मौजूद है। आइए जानते हैं कि यूटीआई की परेशानी होने का कारण क्या है और क्रैनबेरी का सेवन कैसे यूटीआई के जोखिम को कम कर सकता है।

यूटीआई की परेशानी होने का कारण:

  • सेक्सुअल रिलेशन बनाने के दौरान बैक्टीरिया का यूरेथरा तक पहुंचना यूटीआई का कारण बन सकता है।
  • कई बार गंदे टॉयलेट का इस्तेमाल करने से भी यूटीआई की परेशानी हो सकती है।
  • पानी का कम सेवन करने से ये परेशानी हो सकती है।
  • गंदे हाथों से वजाइना को छूने से भी यूटीआई की परेशानी हो सकती है।
  • अनहाइजीन सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करने से भी यूटीआई की परेशानी हो सकती है।

क्रैनबेरी कर सकती है यूटीआई की परेशानी को कम:

क्रैनबेरी का स्वाद खाने में तीखा होता है लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि क्रैनबेरी महिलाओं,बच्चों और यूटीआई के लिए अतिसंवेदनशील लोगों में यूटीआई के जोखिम को कम कर सकती है। ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी की वैज्ञानिक जैकलीन स्टीफेंस कहती हैं कि उनकी रिसर्च में क्रैनबेरी फूड के फायदे शामिल थे।

क्रैनबेरी और यूटीआई को लेकर की गई रिसर्च में शोधकर्ताओं नें कुल 8,857 लोगों को को रिसर्च में शामिल किया। इस दौरान उन सभी लोगों के करीब 50 टेस्ट हुए। पहले के इन परीक्षणों में देखा गया था कि जूस, टैबलेट या पाउडर के रूप में दिए जाने वाले क्रैनबेरी से यूटीआई का जोखिम कैसे जुड़ा था। जैकलीन स्टीफेंस कहती हैं कि हमने जिन अध्ययनों पर जोर दिया था उनमें क्रैनबेरी के फायदों को निर्धारित करने के लिए कई तरीके शामिल थे। अध्ययन में पाया गया जिन महिलाओं ने क्रैनबेरी फ्रूट का जूस या कैप्सूल का सेवन किया था उनमें यूटीआई की परेशानी कम हो गई थी।

क्या क्रैनबेरी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है?

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि रिसर्च में शामिल केवल कुछ ही लोगों ने सेहत पर क्रैनबैरी के दुष्प्रभावों की सूचना दी थी। जिन लोगों ने इसके साइड इफेक्ट की बात कही थी उन्हें इसका सेवन करने के बाद पेट दर्द की शिकायत हुई है। हालांकि क्रैनबेरी का सेवन करने वाले लोगों में यूटीआई बढ़ने के जोखिम में भारी कमी देखी गई है लेकिन सभी पर इस फल का सकारात्मक प्रभाव नहीं हो सकता। शोधकर्ताओं ने नोट किया कि वृद्ध वयस्कों, गर्भवती महिलाओं, या ब्लैडर की समस्या वाले लोगों पर क्रैनबेरी का कोई फायदा नहीं देखा गया।