Coronavirus Pandemic: दुनिया भर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। देश में इस घातक वायरस से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कल से देश में तीसरा लॉकडाउन शुरू हो चुका है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत में अब तक इस वायरस से पॉजिटिव मरीजों की संख्या 46 हजार पार कर चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो साढ़े 12 हजार से अधिक लोग पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। ऐसे में देश में कुल 32 हजार के आसपास एक्टिव मामले हैं। इस बीच, ‘आजतक’ में छपी एक राहत देने वाली खबर ये है कि यूरोप में वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को निष्प्रभाव करने के लिए एक एंटीबॉडी की खोज की है।
वैज्ञानिकों का क्या है कहना: वैज्ञानिकों के अनुसार ये एंटीबॉडी कोरोना वायरस को शरीर में फैलने से रोकने में कारगर है। उनके मुताबिक ये वायरस से चिपक जाएगी जिससे कि वायरस की बाहरी कंटीली परत टूटेगी। इस परत के टूटने से कोरोना वायरस इनएक्टिव हो जाएगा। वैज्ञानिकों के इस टीम का नेतृत्व कर रहे प्रोफेसर बेरेंड-जेन बॉश की मानें तो ये एंटीबॉडी इतनी क्षमतावान है कि कोविड-19 को खत्म कर सकती है। कोरोना वायरस अपनी जिस लेयर की मदद से कोशिकाओं पर चिपकता है, ये एंटीबॉडी उस लेयर पर ही हमला करती है।
चूहे पर किया गया शोध: वैज्ञानिकों ने अपनी लैबोरेट्री में चूहों को कोरोना वायरस से संक्रमित कराया। उनके अनुसार, जैसे ही इस वायरस ने चूहों के शरीर में एंटर किया तब उनके शरीर से तकरीबन 51 तरह की एंटीबॉडीज निकलनी शुरू हो गईं। इन्हीं में से एक इस एंटीबॉडी ने कोरोना वायरस की बाहरी परत को नष्ट कर दिया। इस एंटीबॉडी की खोज के साथ ही वैज्ञानिकों ने उम्मीद जतायी है कि वो अब कोरोना वायरस को शरीर में ही निष्क्रिय कर सकेंगे। इससे इस घातक वायरस का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक नहीं फैल पाएगा।
ये रखा गया है नाम: इस एंटीबॉडी का नाम 47D11 रखा गया है। चूहों पर टेस्ट के बाद ये इंसानों पर भी प्रभावी रूप से कार्य कर सके इसके लिए इस एंटीबॉडी को जेनेटिकली इंजीनियर किया गया है। साथ ही साथ, वैज्ञानिकों ने इसका परीक्षण 2003 में फैले सार्स वायरस पर भी किया है जिसे इस एंटीबॉडी ने पूरी तरह इनएक्टिव कर दिया। शोधकर्ताओं ने ये दावा किया है कि कोविड-19 भी इसी फैमिली का वायरस है, इसलिए ये एंटीबॉडी उसे खत्म करने में भी जरूर कारगर साबित होगी।