कोविड-19 एक ऐसा नया वायरस जो हर बार जब भी लौटा है लोगों पर अपना कहर ढहा कर ही लौटा है। चीन के वुहान शहर से इस वायरस की उत्पत्ति 2019 में हुई थी। WHO ने इस वायरस को Novel Coronavirus नाम दिया। 2020-2021 में इस वैश्विक महामारी ने लाखों लोगों की जान ली। 2021 में वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई। डेल्टा वेरिएंट ने दूसरी लहर को जन्म दिया। 2022-2023 में ओमिक्रॉन और उसके उप-वेरिएंट्स सामने आए। इस वेरिएंट से लोग संक्रमित ज्यादा हुए लेकिन इसके लक्षण हल्के ही रहे। 2024 में कोविड के मामले काफी हद तक कम हुए, लेकिन इस साल फिर से कोविड का एक नया वैरिएंट JN.1 लोगों को परेशान कर रहा है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार 19 मई तक भारत में COVID-19 के 93 सक्रिय मामले सामने आए हैं। कोविड-19 हर बार सर्दी में लोगों को ज्यादा परेशान करता रहा है लेकिन इस बार गर्मी में ये वैरिएंट लोगों पर कहर बरपा रहा है।
सिंगापुर-हांगकांग और चीन सहित कई देशों में कोरोना के मामलों में फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बिग बॉस 18 में नजर आ चुकीं एक्ट्रेस शिल्पा शिरोडकर और आईपीएल में हैदराबाद टीम के बल्लेबाज ट्रेविस हेड कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं ऐसे में इस परेशानी से बचाव करने के पुराने तरीकों के अलावा इस बीमारी के बारे में जानकारी हासिल करना, उसके लक्षणों को पहचानना और उससे बचाव करना जरूरी है। आइए जानते हैं कि कोविड -19 के इस नए वेरिएंट JN.1 के लक्षण कौन-कौन से हैं और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।
कोविड -19 के इस नए वेरिएंट JN.1 के लक्षण कौन-कौन से हैं
- गर्मी में हल्का से लेकर तेज बुखार होना
- गले में खराश होना
- नाक का बंद होना और किसी की नाक का बहना
- सूखी खांसी का लगातार होना।
- थकान और बेहद कमजोरी महसूस होना
- बुखार के साथ सिर में तेज दर्द होना।
- जी मिचलाना और हल्का पेट में दर्द होना
- हर बार की तरह इस बार भी कोविड से संक्रमित होने के बाद स्वाद और गंध में बदलाव महसूस होता है।
- शरीर में दर्द और मांसपेशियों में खिंचाव इन नए वेरिएंट के लक्षण हैं।
इस नए वेरिएंट से किन लोगों को है खतरा
कोविड-19 के इस नए वेरिएंट से बुजुर्गों को ज्यादा खतरा है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है उनको ये वायरस परेशान करता है। कुछ मरीजों जैसे कैंसर, HIV, या ट्रांसप्लांट मरीजों को इस वायरस से ज्यादा खतरा है। डायबिटीज़, दिल के रोगी, या फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों को इस वायरस से ज्यादा खतरा है।
JN.1 वेरिएंट कैसे तेजी से फैल सकता है?
मैरीलैंड स्थित जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, JN.1 वेरिएंट में एक या दो अतिरिक्त म्यूटेशन (जीन में बदलाव) के कारण और अधिक प्रभावी रूप से फैलने की क्षमता विकसित हो गई है। यह वेरिएंट पहले के वेरिएंट से ज्यादा तेजी से फैल सकता है।
इस तरह करें बचाव
- कोविड-19 के इस नए वेरिएंट से बचाव करने के लिए मास्क पहनें, विशेषकर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जरूर पहनें। N95 मास्क पहनें।
- हाथों की साफ-सफाई (Hand Hygiene) का ध्यान रखें।
- सामाजिक दूरी का पालन करना, भीड़ या सामाजिक जमावड़ों से बचें।
- JN.1 वेरिएंट का इलाज पहले के COVID-19 प्रोटोकॉल के अनुसार ही एंटीवायरल दवाओं से किया जाएगा।
- सपोर्टिव केयर जैसे बुखार या खांसी के लिए दवा का सेवन करें।
- अगर आपको या आपके किसी प्रियजन को COVID-19 जैसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
Vitamin Deficiencies and Cracked Heels: बॉडी में इन 3 विटामिन की कमी से फटने लगती हैं एड़िया, स्किन सूखकर बन जाती है पापड़, डॉक्टर ने बताया रिकवरी का तरीका। आप भी फटी एड़ियों का इलाज करना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करें और तरीका पढ़ लें।