कोविड-19 एक ऐसा वायरस जो साल 2020 में चीन के वुहान शहर से जन्मा और उसने इतनी तेजी से अपना प्रसार किया कि लोगों को उसे समझने की, उसे पहचाने की मोहलत ही नहीं मिली। साल 2020 में कुछ ही समय में इस वायरस ने दुनिया के लगभग सारे देशों में अपनी पहुंच बना ली थी। एक अंजान, खौफ पैदा करने वाला वायरस जो सांस लेने भर से शरीर में घुसपैठ कर लेता है और फिर लोगों को परेशान करता है। लोगों को लाचार और बेबस करने वाले इस वायरस ने हर बार अपना कहर ढहाया है। 2020 से लेकर लगभग हर साल ये वायरस अपना रूप बदलता है और कहर ढहाता है।
दूसरे मौसमी वायरस की तरह SARS-CoV-2 वायरस हर बार अपना रूप बदलता रहता है और तेजी से फैलता है। इस साल, 2025 की शुरुआत में दो मुख्य वेरिएंट दुनिया भर में फैल रहे हैं LP.8.1 और XEC। पिछले कुछ हफ्तों में एशिया में COVID-19 के इस नए वेरिएंट के मामलों में तेज़ी आई है। एशिया के दो बड़े शहरों हांगकांग और सिंगापुर में काफी संख्या में मामले सामने आए हैं। हांगकांग के सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन के अनुसार, वायरस इस समय काफी एक्टिव है।
JN.1 वेरिएंट और इससे जुड़े सब-वेरिएंट्स Omicron परिवार से संबंधित हैं। सिंगापुर की स्वास्थ्य एजेंसियों के अनुसार, JN.1 वेरिएंट के दो नए रूप LF.7 और NB.1.8 तेजी से फैल रहे हैं। ये दोनों वेरिएंट JN.1 से ही पैदा लिए हैं। एजेंसी के मुताबिक उनकी संक्रमण फैलाने की क्षमता ज्यादा मानी जा रही है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने और हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह का पालन करने की सख्त ज़रूरत है।
एशियन अस्पताल में निदेशक और प्रमुख- श्वसन,क्रिटिकल केयर और स्लीप मेडिसिन में डॉ. मानव मनचंदा ने बताया कोविड-19 का ये वायरल हर साल म्यूटेट हो जाता है। ये ओमिक्रॉन का ही वैरिएंट है जिसे JN.1 वेरिएंट के नाम से जाना जाता है। डॉक्टर ने बताया अभी इस वायरस के गंभीर होने की स्थिति नहीं दिख रही है। इस वायरस के लक्षण कोविड के पहले वायरस की तरह ही है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इस वायरस से जुड़ी सारी जानकारी और इससे बचाव का तरीका।
JN.1 वेरिएंट के लक्षण कौन-कौन से हैं
- तेज खांसी होना
- बुखार और बदन दर्द
- जुकाम होना
- गले में दर्द
- नाक का बंद होना और किसी की नाक का बहना
- थकान और कमजोरी होना
- बुखार के साथ सिर में तेज दर्द होना।
- जी मिचलाना
- पेट में दर्द होना
- स्वाद और गंध का चला जाना इस बीमारी का ऐसा लक्षण है जो कोविड 19 वायरल की पहचान है। आप बॉडी में कुछ भी लक्षण महसूस करें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
JN.1 वेरिएंट के संपर्क में आने के कितने दिनों बाद इस वेरिएंट के लक्षण दिखते हैं
डॉक्टर ने बताया ये वायरस वो ही है जो पहले था,इसके फैलने का तरीका भी बाकी वायरस की तरह ही है। एक्सपर्ट ने बताया आमतौर पर वायरस डिजीज के लक्षणों के फैलने का समय एक जैसा ही रहता है। ये वायरस शरीर में पहुंच कर 3 से 5 दिनों में ज्यादा से ज्यादा 10 से 12 दिनों में अपना असर दिखाने लगता है।
फिजिकल रिकवरी कितने दिनों में होती है
डॉक्टर ने बताया ये वायरस अभी तक ज्यादा गंभीर नहीं दिख रहा है इसलिए रिकवरी 3-4 दिनों में हो जाती है। इस वायरस का असर 5 से 7 दिनों तक शरीर में रहता है जो बॉडी में कमजोरी को बनाए रखता है।
JN.1 वायरस की स्ट्रेंथ है कमजोर
एक्सपर्ट ने बताया जैसे जैसे वायरस म्यूटेट होता है वैसे-वैसे उस वायरस की स्ट्रेंथ कम होने लगती है। हमारे देश में लोग इस वायरस से अवेयर हो गए हैं,उनकी इम्यूनिटी मजबूत हो गई है जिसकी वजह से इस वायरस से ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है, सिर्फ इससे बचाव करना जरूरी है। जब ये वायरस आया था तो ये नया था लेकिन अभी इसका सिर्फ 10 फीसदी ही बदलाव आया है बाकी 90 फीसदी ये वहीं पुराना वायरस है।
किन लोगों को इस वायरस से है ज्यादा खतरा
इस वायरस का खतरा हर उस इंसान को है जिसकी इम्यूनिटी कमजोर है। इस वायरस से खासतौर पर बच्चे और बूढ़ों को ज्यादा खतरा है। कुछ बीमारियों जैसे डायबिटीज, हार्ट प्रोबलम और किडनी प्रॉब्लम है उनको ज्यादा ये वायरस परेशान कर सकता है।
कोविड-19 और सर्दी जुकाम की पहचान कैसे करें
JN.1 वायरस के सभी लक्षण सर्दी जुकाम वाले है लेकिन एक लक्षण ऐसा है जो इसे कोविड-19 की पहचान करने में मदद करता है। अगर आपकी सूंघने की क्षमता और टेस्ट चला जाए तो आप समझ जाएं कि ये कोविड-19 का संक्रमण है।
लक्षण दिखने पर ये टेस्ट कराएं
आपको बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान, स्वाद या गंध का ना आना जैसे लक्षण महसूस हो तो आप RT-PCR टेस्ट कराएं। ये टेस्ट कोविड-19 के सभी वेरिएंट की पहचान करने में समर्थ हैं। रैपिड एंटीजन टेस्ट (Rapid Antigen Test) की मदद से भी आप कोविड-19 से संक्रमित होने का पता लगा सकते हैं। कोविड का पता लगाने के लिए होम टेस्ट किट भी मौजूद हैं।
JN.1 वायरस से बचाव कैसे करें
- अगर आपको खांसी है तो आप मांस लगाएं, ताकि ये वायरस दूसरों तक नहीं फैले।
- सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। भीड़-भाड़ वाली जगह पर नहीं जाएं।
- हाथों की साफ-सफाई (Hand Hygiene) का ध्यान रखें।
- बुखार या खांसी के लिए दवा का सेवन करें।
- इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें।
- हेल्दी डाइट का ध्यान रखें,पानी का ज्यादा सेवन करें।
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