Coronavirus COVID-19 Tips, Symptoms, Prevention: कोरोना वायरस देशभर में लगातार अपने पैर पसार रहा है। भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 4067 हो गई है, जिनमें से 3666 एक्टिव केस हैं और 292 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 124 हो चुकी है। वहीं रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनियाभर में कोरोना वायरस के केस की संख्या लगभग 10 लाख से भी ज्यादा हो चुकी है और 45 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है। इसी बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को धमकी देते हुए कहा कि यदि आपने कोरोना के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल हो रही मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन दवा हमें नहीं दी तो हम भी इसका जवाब देंगे। आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक चार साल के बच्चे ने साइकिल खरीदने के लिए बचाए अपने पैसों को कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान कर दिया।
नवभारत टाइम्स के मुताबिक, डॉक्टरों ने बताया कि मास्क पर कम से कम 7 दिनों तक कोरोना वायरस जिंदा रह सकता है, ऐसे में रोजाना मास्क धोएं या फिर बदलें। डॉक्टर और विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस बालों में चिपक रहे हैं। इस वायरस से बचाव के लिए डॉक्टर और विशेषज्ञ अलग-अलग तरह की सलाह दे रहें हैं। ऐसे में सबसे जरूरी है कोरोना वायरस के सही लक्षण की जानकारी-
कोरोना वायरस (Covid 19) के लक्षण:
– सांस लेने में परेशानी
– सिरदर्द
– मांसपेशियों में दर्द
– बुखार और थकान
– सर्दी-जुकाम और खांसी
कोरोना वायरस से बचाव:
– बार-बार हाथ को साबुन या पानी से धोने की आदत डालें
– खांसते और छींकते वक्त टीशू का इस्तेमाल करें
– इस्तेमाल किए टीशू फेंक दें और अपने हाथ धोएं
– अगर आपके पास टीशू नहीं है तो अपने बाजू का इस्तेमाल करें
– हाथ बिना धोए अपनी आंख, नाक और मुंह को न छुएं
– संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से बचें


विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार, एंटीबायोटिक्स को कोराना वायरस से बचाव के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए. ये सिर्फ बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए किसी डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए. हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो उसे बैक्टीरियल इन्फेक्शन से भी दूर रखने के लिए एंटीबायोटिक्स दिया जा सकता है।
यूपी के बागपत से भागा तब्लीगी जमात का कोरोना संक्रमित नेपाली नागरिक पकड़ा गया है। उसने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हिस्सा लिया था। मेरठ के आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि उसे अस्पताल से तीन किलोमीटर की दूरी पर पकड़ा गया और फिर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक चार साल के बच्चे ने साइकिल खरीदने के लिए बचाए अपने पैसों को कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान कर दिया।
कोरोना का हॉटस्पॉट बने महाराष्ट्र में मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 23 नए मरीज मिले। जिनमें से 1 सांगली, 4 पिंपरी चिंचवाड़, 3 अहमदनगर, 2 बुलढाणा, 10 बीएमसी, एक थाणे और 2 नागपुर के मामले शामिल हैं। राज्य में अब कोरोना के कुल मामले बढ़कर 891 हो गए हैं।
कोरोना वायरस माहमारी से जूझ रहे अमेरिका की मदद के लिए भारत ने हाथ बढ़ाया है। दरअसल भारत में हाइड्रोक्सीक्लोरिक्विन दवाई का बड़ी मात्रा में उत्पादन होता है। जांच में पता चला है कि हाइड्रोक्सीक्लोरिक्विन दवा कोरोना वायरस पर असरकारक है। यही वजह है कि अमेरिका ने भारत से इस दवाई को भेजने की अपील की थी। अब भारत सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। अमेरिका के साथ ही पड़ोसी देशों को भी भेजी जाएगी, जिन्होंने भी भारत से इस दवाई की मांग की थी।
पालक भी इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसमें मौजूद आयरन रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर हैं। इसके अलावा, पत्ता गोभी, गोभी, ब्रोकली, बैंगन और शिमला मिर्च भी इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होते हैं। इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ खट्टे फल खाने की सलाह देते हैं। संतरा अथवा स्वीट लाइम में विटामिन सी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा को बढ़ाते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, कभी भी घर में खाली न बैठें, जितना हो सके कुछ काम करते रहने की कोशिश करें। डायबिटीज में एक्टिविटी बहुत महत्वपूर्ण है। रोजाना आधा घंटा एक्सरसाइज जरूर करें। वहीं, डायबिटीज टाइप 2 के मरीजों खासकर बच्चों और व्यस्कों को 1 घंटा व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। उनके अनुसार, सेल्फ आइसोलेशन से डायबिटीज मरीजों को अपने रूटीन में बदलाव नहीं करना चाहिए। साथ ही मधुमेह के मरीजों को काफी देर तक एक जगह बैठकर कार्य नहीं करते रहना चाहिए बल्कि कुछ देर के अंतराल पर 5-5 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए। इसके अलावा, हर आधे घंटे पर पानी पीते रहें और नियमित रूप से 8 से 10 घंटे की नींद लें।
फेफड़ों को मजबूत बनाती है मेथी: ल्यूक ने इंस्टाग्राम पर साझा किए गए इस वीडियो में बताया है कि मेथी के दाने फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए बड़े फायदेमंद होते हैं। यह म्यूकस को तोड़ने और शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। एक चम्मच मेथी दाने को थोड़े से पानी में 4-5 मिनट तक उबालें और फिर इसे छानकर गर्म-गर्म ही पी लें। मेथी की ये चाय आपके फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी मानी जाती है। आप दिन में 1-2 कप मेथी की चाय पी सकते हैं। ध्यान रखें इसमें शहद या चीनी न मिलाएं।
‘बीबीसी’ की खबर के मुताबिक अगर आप बाहर से पैक्ड खाना मंगवा रहे हैं तो उसे यूज करने से पहले कुछ देर वैसे ही रहने दें या फिर स्प्रे कर लें। इसके अलावा जिस प्लास्टिक या फॉयल पेपर में खाना पैक करके आया है उसे सैनेटाइज्ड वाइप से अच्छे से पोछ लें। वहीं, आप फल या सब्जी मंगा रहे हैं तो इस बात को जरूर ध्यान में रखें कि वो एक हाथ से दूसरे हाथ में गई होंगी। इसलिए इन चीज़ों को रखने से पहले पानी से अच्छी तरह धो लें और फिर सुरक्षित रखें।
‘बीबीसी’ में छपी खबर की मानें तो अभी तक ऐसा कोई मामला सामने तो नहीं आया है जिससे ये साबित हो कि कोरोना वायरस का संक्रमण खाने के जरिये भी फैल सकता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स ये भी सलाह दे रहे हैं कि घर में बना खाना ही अभी सबसे सुरक्षित होगा। उनके मुताबिक टेक-अवे और फूड डिलीवरी में खाना पैक होने के बाद एक हाथ से दूसरे हाथ में जाता है जो कि चिंताजनक है। वहीं, ‘हेल्थशॉट्स’ की एक अन्य खबर की मानें तो कोई भी पार्सल जब तक किसी संक्रमित इंसान या जगह के संपर्क में नहीं आता है, तब तक वो सुरक्षित है।
- प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें।
- हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का खाना बनाने में इस्तेमाल करें।
- तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/ काढ़ा दिन में एक से दो बार पिएं।
- सुबह एवं शाम तिल/ नारियल का तेल या घी नाक के दोनों छिद्रों में लगाएं।
- खांसी और जुकाम हो तो कम से कम दिन में एक बार पुदीना के पत्ते/ अजवाइन डाल कर पानी की भाप लें।
कनिका कपूर को 20 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके बाद पीजीआई में उनका पांच बार परीक्षण हुआ और सोमवार को जब लगातार दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई तो उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि उन्हें घर पर ही दो हफ़्ते तक क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई है। बता दें कि कनिका कुछ समय पूर्व ही लंदन से लौटी थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के 40वें स्थापना दिवस पर लोगों को सलाह दी है कि वो जब भी घर से बाहर जाएं तो अपने मुंह को ढंककर रखें। उन्होंने कहा कि वो लोगों को सलाह देंगे कि उन्हें घर के अंदर भी मुंह को ढंककर रखना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया के लिए आज एक ही मंत्र है सोशल डिस्टेंसिंग और अनुशासन।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना वायरस कोविड 19 संक्रमण के 693 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही भारत में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा अब 4,067 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कुल संक्रमितों में 76 फीसदी पुरुष हैं जबकि 24 फीसदी महिलाएं हैं।
– फार्मेसी, डॉक्टर या फिर अस्पताल जाने से बचें।
– अपने इलाके के नजदीकी अस्पताल में फोन कर के जानकारी दें।
– खुद को लोगों से अलग कर के रखें।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है। हालांकि कुछ शोधकर्ता मानते हैं कि ये समय 24 दिनों तक का भी हो सकता है।
एमएसएन के मुताबिक, यूनियन हेल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि इस वायरस से बचने के लिए सिंपल चीजों को ही फॉलो करें जैसे- हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार धोना, चेहरे को हाथ से ना छुना, छींकते या खांसते वक्त मुंह को कवर करना या फिर अगर किसी को भी गले में दर्द या फिर बुखार महसूस हो तो वह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना।
एक्सपर्ट्स यह भी कहते हैं कि वायरस को खत्म करने में साबुन, सैनिटाइजर से बेहतर है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के मुताबिक लिक्विड सैनिटाइजर वायरस से लड़ने में साबुन जितना बेहतर नहीं है। कई बार अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर वायरस या बैक्टीरिया को खत्म करने से पहले ही जल्दी हवा में उड़ जाते हैं। इसीलिये साबुन वायरस को नष्ट करने के लिए सैनिटाइजर से अच्छा विकल्प है। ऐसे में हाथ धोने के लिए साबुन या हैंड वॉश के इस्तेमाल को तरजीह दें।
सुबह और शाम को नाक के दोनों छिद्रों में तिल या फिर नारियल का तेल डालें। इसके अलावा तिल या नारियल तेल से कुल्ला करें। इसके बाद हल्के गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
आयुष मंत्रालय ने बताया कि यदि आपको सर्दी-जुकाम या फिर गले में खराश महसूस हो तो दिन में कम से कम एक बार पुदिने का पत्ते या अजवाइन डालकर पानी पिएं। इसके अलावा खराश दूर करने के लिए आप लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिलाकर दिन में दो से तीन बार खाएं।
वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि हल्दी में कर्क्यूमिन नाम का तत्व पाया जाता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। कर्क्यूमिन में एंटी-इंफ्लामेट्री, एंटी-माइक्रोबियल और इम्यूनोमॉड्युलेट्री गुण होते हैं जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर होते हैं। इसके अलावा, रोजाना अपने भोजन में हल्दी मिलाकर खाने से सर्दी-जुकाम और सीजनल फ्लू से राहत मिलती है।
- ऑनलाइन पेमेंट करें
- लक्षण महसूस होने पर घर पर हीं रहें
- घर आने पर हाथ धोएं
- घर लाते हीं सामान को धोएं
आज तक के मुताबिक, इन चीजों को डाइट में शामिल करने से इम्यूनिटी मजबूत होगी-
1. नारियल तेल
2. विटामिन-सी युक्त फूड्स
3. बेरीज
4. अदरक
5. तुलसी
6. गिलोय
इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार, कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए हैं। करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें।
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
जागरण के मुताबिक, घर पर जिन वस्तुओं का रोजाना इस्तेमाल हो रहा है उनकी सफाई रोजाना करें। कुर्सी, मेज, लाइट के स्विच और दरवाजे को घर के सभी लोग इस्तेमाल करते हैं, इन्हें रोजाना साफ करें।
आज तक के मुताबिक, जिन लोगों को नाखून चबाने की आदत है वे इस वायरस का खतरा मोल ले रहे हैं। ऐसा करने से आप ना सिर्फ आप कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं बल्कि वायरस, फ्लू और बैक्टीरिया के भी शिकार हो सकते हैं।
- कोरोना से मिलते-जुलते वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के ज़रिए फैलते हैं।
- अपने हाथ अच्छी तरह धोएं।
- खांसते या छींकते वक़्त अपना मुंह ढक लें।
- हाथ साफ़ नहीं हो तो आंखों, नाक और मुंह को छूने बचें।
इंसान के शरीर में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस उसके फेफड़ों में संक्रमण करता है। इस कारण सबसे पहले बुख़ार, उसके बाद सूखी खांसी आती है। बाद में सांस लेने में समस्या हो सकती है। वायरस के संक्रमण के लक्षण दिखना शुरू होने में औसतन पांच दिन लगते हैं। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ लोगों में इसके लक्षण बहुत बाद में भी देखने को मिल सकते हैं।