Coronavirus Latest News Update, Coronavirus in India, Health and Safety: भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब तक कुल 29 मरीज सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास में जुटी है। संदिग्ध मरीजों की निगरानी की जा रही है। बाहर से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग हो रही है। दिल्ली सरकार ने टास्क फोर्स का गठन कर दिया है। हालांकि तमाम कवायद के बीच एहतियात ही इस वायरस से निपटने का सबसे सटीक तरीका है। उधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कोरोना वायरस के बारे में जानकारी न होने के कारण कुछ लोग पैनिक कर रहे हैं। पशुपालन, डेयरी और डेयरी विभाग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि COVID-19 का मांस, अंडा या मछली से कोई संबंध नहीं है।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, कोरोना वायरस से बचने के लिए हाथ को ढंग से साबुन और सैनिटाइजर से धोने की जरूरत है। अमेरिकन सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रिवेंशन कि रिपोर्ट के अनुसार 60% अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर सबसे अच्छा विकल्प है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस की वैक्सीन आने में अभी करीब एक साल का वक्त लग सकता है। ऐसे में आप विशेषज्ञों और डॉक्टरों द्वारा बताए एहतियात और उपायों को अपनाकर इस वायरस की चपेट में आने से बच सकते हैं। योग गुरु बाबा रामदेव का दावा है कि कई योग आसन भी इस वायरस से बचाव में मददगार हैं। आइये हम आपको बताते हैं- इस वायरस के तमाम लक्षण और इससे बचने के तरीके…
Coronavirus Latest News Updates, 5 March Live Updates:
कोरोना वायरस, इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने के कारण फैलता है। आमतौर पर यह वायरस खांसने और छींकने से ही सबसे ज्यादा फैलता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के द्वारा छुए गए किसी भी सामान या फिर ऑब्जेक्ट पर कोरोना वायरस मौजूद रहता है। अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति उस सामान को छू लेता है तो इस कारण भी कोरोना वायरस फैलता है।
बच्चों में कोरोना वायरस के लक्षण को पहचानने के लिए आप इस वायरस के सामान्य लक्षण को ध्यान से समझ लीजिए। बच्चों में जैसे ही सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षणों दिखने लगें, तुरंत उन्हें जांच के लिए डॉक्टर के पास लें जाएं और उनका इलाज करवाएं। इस दौरान कोल्ड होने पर बच्चों को भी मास्क पहनने की सलाह दें।
यह वायरस जानवरों और इंसान दोनों को संक्रमित कर सकता है। कोरोना वायरस सांस संबंधी इंफेक्शन से जुड़ा हुआ है। इसके लक्षणों में नाक का बहना, खांसी, गले में खराश और बुखार शामिल हैं। निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं। जिसमें नाक और गले का टेस्ट और ब्लड टेस्ट होंगे। अगर कोरोना वायरस इंफेक्शन आपके सांस की नली और फेफड़ों तक पहुंच गया है तो यह निमोनिया का कारण बन सकता है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह: कोरोना वायरस के बारे में जानकारी न होने के कारण कुछ लोग पैनिक कर रहे हैं। पशुपालन, डेयरी और डेयरी विभाग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि COVID-19 का मांस, अंडा या मछली से कोई संबंध नहीं है।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, कोरोना वायरस से बचने के लिए हाथ को ढंग से साबुन और सैनिटाइजर से धोने की जरूरत है। अमेरिकन सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रिवेंशन कि रिपोर्ट के अनुसार 60% अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर सबसे अच्छा विकल्प है।
सीडीसी का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में फेसमास्क बहुत मददगार नहीं है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सामान्य व्यक्ति के लिए मास्क पहनना उतना प्रभावी नहीं है जितना हैंडवॉश करना और संक्रमित लोगों के नजदीक रहने से बचना.
पहले से बीमार व्यक्ति फेस मास्क लगाकर दूसरे लोगों को अपने कफ और खांसी के ड्रॉपलेट्स से बचा सकता है। अमेरिका की वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विलियम शेफनर ने लाइव साइंस को बताया है कि बीमार होने की हालत में फेस मास्क लगाकर बाहर जाने से बेहतर है कि आप घर पर ही रहें।
कोरोना वायरस से बचने में ये उपाय मददगार साबित हो सकते हैं-
WHO के अनुसार मास्क पर सामने से हाथ नहीं लगाना चाहिए। अगर हाथ लग जाए तो तुरंत हाथ धोने चाहिए। मास्क को ऐसे पहनना चाहिए कि आपकी नाक, मुंह और दाढ़ी का हिस्सा उससे ढका रहे। उतारते वक्त भी मास्क की लास्टिक या फीता पकड़क कर निकालना चाहिए, मास्क नहीं छूना चाहिए।
कोरोनावायरस के लक्षण की बात की जाए तो सबसे पहले बुख़ार होता है। इसके बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ़्ते बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है। हालांकि ऐसी स्थिति में यह कह पाना सही नहीं होगा कि आपको कोरोना वायरस है। ज़ुकाम और फ्लू में भी ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है इसलिए अगर ये लक्षण हैं तो आपको तुरंत जांच करवानी चाहिए।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट खासकर मेट्रो और बसों में सफर कर रहे हैं तो अपने चेहरे को मास्क से ढक कर रखने की कोशिश करें। सामान्य सर्जिकल मास्क आपको वायरस से नहीं बचा सकता इसलिए एन95 या एन99 मास्क का इस्तेमाल करें। अगर आपके पास मास्क नहीं है तो किसी सर्दी-खांसी वाले व्यक्ति के आसपास खड़े होने से बचें।
1-नियमित तौर पर हाथ धोएं
2-लोगों से उचित दूरी बनाकर रखें
3. नाक, मुंह और आंखों को बार-बार न छुएं
4. छींकते वक्त टिशू का इस्तेमाल करें
5. बुखार, खांसी-जुकाम को हल्के में न लें
6. मोबाइल की स्क्रीन को साफ रखें
विशेषज्ञों का कहना है कि घर में अधकपे मांस को घर में रखने से बचें। इससे भी कोरोना वायरस फैलने का खतरा है। साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक संक्रमण से बचने के लिए नियमित अंतराल पर हाथ धोते रहें। कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोना जरूरी है।
अगर किसी व्यक्ति को सर्दी-जुकाम है तो उससे कम से कम 3 फीट की दूरी बनाकर रखें। विशेषज्ञों के मुताबिक सर्दी-जुकाम वाले व्यक्ति के ज्यादा करीब जाने से भी वायरस फैलने का खतरा है।
केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि चिकन खाना सुरक्षित है क्योंकि कोरोना वायरस के प्रसार ने अभी तक इसकी संलिप्तता की पुष्टि नहीं हुई। हालांकि साफ-सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।