भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। इनमें से 56 मरीज भारतीय हैं, जबकि 17 विदेशी हैं। संक्रमित मरीजों का इलाज जारी है और डॉक्टर उन पर नजर बनाए हुए हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 को महामारी घोषित कर दिया है।

ये हैं लक्षण: यदि आपको लगातार सर्दी-जुकाम, थकावट और बुखार है तो ये कोरोना वायरस का लक्षण हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक यदि ऐसे लक्षण दिखाई दें तो लापरवाही न बरतें, बल्कि डॉक्टर से संपर्क करें। हालांकि इसका यह अर्थ नहीं है कि हर सर्दी-जुकाम और बुखार कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह से ही हो, यह सामान्य फ्लू भी हो सकता है। आइये हम आपको बता हैं कि किन्हें कोरोना वायरस का टेस्‍ट कराने की जरूरत है और किसे नहीं… 

किन्हें टेस्ट कराना चाहिए :

1. यदि आप किसी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में रहें हैं तो खुद को 14 दिनों के लिए पृथक कर लें।

2 . खुद को पृथक रखने के बावजूद यदि कोरोना वायरस के लक्षण, जैसे- सर्दी-जुकाम और बुखार विकसित होते दिखाई दें तो टेस्ट कराने की जरूरत है।

किन लोगों को टेस्ट कराने की जरूत नहीं है: 

1. भारत में अभी तक वही लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जो या तो किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में रहे हैं या उन देशों की यात्रा की है, जहां यह वायरस फैला है। अगर आपके साथ ऐसा है तो सतर्क रहने की जरूरत है।

2. यदि आपने पिछले 14 दिनों में किसी भी Covid-19 प्रभावित देश की यात्रा की है, तो खुद को 14 दिनों के लिए सभी से एकदम अलग कर लें। यदि इस दौरान कोई लक्षण नहीं दिखता है तो टेस्ट की आवश्यकता नहीं है।

खुद हॉस्पिटल न जाएं: अगर आपके अंदर कोरोना वायरस के लक्षण दिख रहे हैं तो खुद हॉस्पिटल विजिट न करें, बल्कि स्वास्थ्य मंत्रालय की हेल्पलाइन (011-23978046) पर संपर्क करें। इसके बाद डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर आपके पास आएगा और जरूरत पड़ने पर टेस्ट की व्यवस्था करेगा। संदिग्ध मरीजों के टेस्ट के लिए अलग एंबुलेंस की भी व्यवस्था है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कतई न करें।

जरूरत पड़ी तो करेंगे एडमिट: सैंपल लेने के बाद डॉक्टर आपकी स्थिति को देखने के बाद ही आगे का निर्णय लेंगे। अगर जरूरत पड़ी तभी हॉस्पिटल में एडमिट करेंगे, अन्यथा घर पर ही अलग रहने की सलाह दी जाएगी। वहीं, अगर आपका टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव रहता है तो कम से कम 14 दिनों या ठीक होने तक आइसोलेटेड वार्ड में ही रखा जाएगा।

लक्षण दिखने में लगता है 5 दिन: जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर लक्षण दिखने में कम से कम पांच दिन का समय लग सकता है। यूनिवर्सिटी के एक महामारी विशेषज्ञ जस्टिन लेसर ने बताया कि संक्रमित व्‍यक्ति में COVID 19 के लक्षण नज़र आने में 5 दिनों का समय लगना सामान्‍य है।

बुजुर्गों को वायरस से ज्यादा खतरा: डॉक्टर्स का कहना है कि इस वायरस से बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा है। संक्रमण से बचने के लिए फेस मास्क का इस्तेमाल करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और लगातार हाथ धोते रहें। साफ-सफाई का खास ख्याल रखें।