Coronavirus: देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। उधर, दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीग जमात के मरकज में शामिल 8 लोगों की इस वायरस से मौत के बाद चिंता और बढ़ गई है। इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि खासकर बुजुर्गों को इस वायरस से अधिक खतरा है। उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है। इसके अलावा डायबिटीज, अस्थमा और हृदय रोगियों के भी इस वायरस से संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है। इन्हें भी खास एहतियात बरतने की जरूरत है। साथ ही अगर स्मोक करते हैं तो तुरंत सजग होने की जरूरत है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ? विशेषज्ञों के मुताबिक पहले से ही डायबिटीज, फेफड़े, अस्थमा या हृदय रोग जैसी किसी बीमारी का सामने कर रहे शख्स की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) कमजोर होता है। इस स्थिति में वायरस के अटैक का ज्यादा खतरा रहता है। एम्स (AIIMS) के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर अमनदीप सिंह कहते हैं कि डायबिटीज रोगियों के पूरे शरीर की रक्त वाहिकाओं में कमजोरी आ जाती है।

 इससे फेफड़ों की कार्य क्षमता पर भी असर पड़ता है। ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। इसी तरह ह्रदय रोगी, खासकर जिसे पहले हार्ट अटैक आया हो, उसमें भी जब वायरस का संक्रमण होता है तो फेफड़ों की कमजोरी की वजह से हृदय पर अधिक असर होता है और दोबारा दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।

इनहेलर को रखें साफ-सुथरा: डॉ. अमनदीप सिंह कहते हैं कि अस्थमा के मरीज यदि डॉक्टर द्वारा दिये गए इनहेलर का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें खास एहतियात बरतने की जरूरत है। इनहेलर को धूल-मिट्टी से बचाकर रखें। उसकी साफ-साफ का खास ख्याल रखें। इसके अलावा यदि अस्थमा की दिक्कत बढ़ती है तो संक्रमण भी हो सकता है। ऐसे में बिना देरी के डॉक्टर से संपर्क करें।

स्मोक को बोल दें बाय-बाय: यदि आप स्मोक यानि धूम्रपान करते हैं तो तुरंत सजग हो जाएं। डॉ. अमनदीप सिंह के मुताबिक धूम्रपान से न सिर्फ सांस संबंधी संक्रमण होने की आशंका होती है, बल्कि निमोनिया और दिल के दौरे का खतरा, हाई बीपी का भी खतरा रहता है। ऐसी स्थिति में आप आसानी से संक्रमण के शिकार भी हो सकते हैं। वे कहते हैं कि यही सही वक्त है जब आप धूम्रपान को त्याग कर खुद को स्वस्थ रख सकते हैं।