पैरों में दर्द होना एक आम समस्या है। कई बार अधिक थकान, कमजोरी, बहुत अधिक शारीरिक श्रम के चलते या अधिक चलने-फिरने के कारण बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गों को इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है। वहीं, कुछ समय आराम करने या हल्की मसाज के बाद ये दर्द खुदबखुद ठीक भी हो जाता है। हालांकि, अगर आपको बिना अधिक काम किए भी लगातार कई दिनों से पैरों में तेज दर्द का एहसास हो रहा है, तो इस स्थिति में ये समस्या आम नहीं है।
कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि बिना वजह लगातार पैरों में दर्द का एहसास शरीर से जुड़ी कई गंभीर परेशानियों की ओर एक इशारा भी हो सकता है, जिनपर समय रहते ध्यान देना बेहद जरूरी है। यहां हम आपको ऐसी ही कुछ परेशानियों के बारे में बता रहे हैं, साथ ही जानेंगे कि किस स्थिति में आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत हो सकती है।
इन गंभीर परेशानियों की ओर इशारा हो सकता है पैरों में दर्द का एहसास
हार्ट से जुड़ी परेशानी
अगर आप हार्ट के मरीज हैं और पिछले कुछ समय से आपको बिना वजह पैरों में दर्द या सूजन का सामना करना पड़ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बता दें कि हार्ट में परेशानी बढ़ने पर ये शरीर में ब्लड को प्रभावी रूप से पंप करना बंद कर देता है। इसके चलते ब्लड शरीर के निचले हिस्से में जमा होने लगता है और क्योंकि हार्ट की पंप करने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है, ऐसे में रक्त वापस हार्ट तक पहुंच नहीं पाता है। ऐसे में व्यक्ति को पैरों में सूजन, पैर सुन्न पड़ जाना या पैरों में दर्द होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं, अगर समय रहते इसकी जांच न कराई जाए, तो स्थिति जानलेवा भी हो सकती है।
लिवर से जुड़ी परेशानी
अगर आपको पैर के निचले हिस्से में बिना वजह दर्द है, तो ये लिवर से जुड़ी परेशानियों की ओर इशारा हो सकता है। दरअसल, लिवर की मदद से बॉडी में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं लेकिन जब शरीर का ये जरूरी अंग सही ढंग से काम नहीं कर पाता है या लिवर में किसी तरह की कोई खराबी आ जाती है, तो बॉडी के निचले भाग में इन विषाक्त पदार्थों का निर्माण होने लगता है, जिससे पेरिफेरल एडिमा की समस्या व्यक्ति को घेरना शुरू कर देती है। इसके चलते पैर के निचले हिस्से, खासकर तलवों में दर्द रहना आम बात है। इसके अलावा लिवर सिरोसिस में भी पैरों में वैरिकाज नसों का निर्माण होने लगता है, जिससे भी दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आपको भी हर वक्त इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो एक बार लिवर की जांच जरूर करा लें।
प्रीपेलटेल बर्साइटिस
अगर आपको घुटनों में या घुटने के आसपास दर्द और सूजन का सामना करना पड़ रहा है, तो ये प्रीपेलटेल बर्साइटिस के चलते हो सकता है। इसे नी बर्साइटिस के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, हमारे घुटने के जोड़ (पटेला) के सामने एक छोटी द्राव थैली होती है। इस थैली में अधिक तरल पदार्थ पैदा होने की स्थिति में उस हिस्से पर सूजन बढ़ जाती है, जिससे घुटने के आस-पास के हिस्सों पर दबाव पड़ता है और चलते-फिरने या घुटने मोड़ने की स्थिति में आपको दर्द का सामना करना पड़ता है।
सायटिका
पैरों में लगातार दर्द, झुनझुनी और सुन्नता सायटिका की ओर इशारा भी हो सकता है। दरअसल, आपकी पीठ के निचले हिस्से से एक नस नितंबों से होती हुई दोनों पैरों तक जाती है। वहीं, इस नस में होने वाले दर्द को ही सायटिका कहते हैं। जब ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी किसी बीमारी की वजह से पैदा हुई बोन स्पुर (हड्डियों के किनारे विकसित होने वाली हड्डी) आपके साइटिका तंत्रिका पर दबाव डालती है तब आपको दर्द का एहसास होता है। ऐसे में अगर आपको लगातार कई दिनों से दर्द से गुजरना पड़ रहा है और पेनकिलर लेने के बाद भी इस दर्द में आराम नहीं है, तो एक बार अपनी जांच करा लें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।