तनाव जिंदगी का हिस्सा बनता जा रहा है। बच्चे से लेकर,युवाओं और बुजुर्गों तक हर उम्र के लोगों के पास तनाव मौजूद है। तनाव जिंदगी को खत्म कर रहा है। सुकून को छीन रहा है, होंठों की हंसी उजाड़ रहा है। तनाव एक ऐसी मानसिक स्थिति है जो किसी भी शख्त को उदासी की दलदल में धकेल देता है। इस तनाव ने सोचने, खाने-पीने, सोने और काम करने के तरीके को भी प्रभावित कर दिया है। अवसाद का इलाज आमतौर पर टॉक थेरेपी, दवा या दोनों से किया जाता है। डिप्रेशन के लक्षणों की बात करें तो
- लगातार उदास रहना या खालीपन महसूस करना
- खुशी का अहसास नहीं होना
- थकान और ऊर्जा में कमी होना
- बहुत ज्यादा सोना या बहुत कम सोना
- जरूरत से ज्यादा खाना या बिल्कुल नहीं खाना
- खुद को नाकामयाब मानना
- एकाग्रता में कमी होना और मिजाज़ में चिड़चिड़ापन होना
- सिरदर्द, बदन दर्द और पाचन संबंधी समस्याएं होना डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं।
अगर आप भी अपनी बॉडी और बिहेवियर में इस तरह के लक्षण महसूस कर रहे हैं तो तुरंत अपने लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करें। डाइट में कुछ खास फूड का सेवन करने से डिप्रेशन का इलाज होता है। एक रिसर्च में ये बात साबित हुई है कि रोजाना एक संतरे का सेवन आपको डिप्रेशन से निजात दिला सकता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल और मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल के शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च में ये बात साबित की है कि रोजाना एक संतरा खाने से व्यक्ति में अवसाद का खतरा 20% तक कम हो सकता है। आइए रिसर्च से जानते हैं कि संतरे का सेवन कैसे डिप्रेशन का इलाज करता है।
संतरा कैसे डिप्रेशन का करता है इलाज
माइक्रोबायोम में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक रोजाना एक संतरा खाने से व्यक्ति में डिप्रेशन का खतरा 20% तक कम हो सकता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में चिकित्सा के प्रशिक्षक और मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल के डॉ राज मेहता के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में पाया गया कि सिट्रस फ्रूट आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया की ग्रोथ को उत्तेजित करता है जो मूड को बेहतर बनाने के लिए जाने जाने वाले दो ब्रेन रसायनों सेरोटोनिन और डोपामाइन के उत्पादन को प्रभावित करता है। रिसर्च में शोधकर्ताओं ने 100,000 से अधिक महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया जिन्होंने अपनी डाइट और हेल्थ की पूरी जानकारी दी थी। रिसर्च के मुताबिक केवल खट्टे फलों से अवसाद के कम जोखिम का संबंध पाया गया।
सिट्रस फ्रूट न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन और डोपामाइन के उत्पादन को प्रभावित करने के लिए इंसान की आंत में पाए जाने वाले एक प्रकार के बैक्टीरिया फ़ेकैलिबैक्टेरियम प्रुस्निट्ज़ी के विकास को उत्तेजित करता है। सेरोटोनिन और डोपामाइन मूड को बेहतर बनाने के लिए जाने जाते हैं।
मूड-बूस्टर है संतरा
रिसर्च में डॉ. राज मेहता ने बताया एक दिन में एक संतरा खाने से डिप्रेशन का इलाज होता है। रिसर्च के मुताबिक रोजाना खट्टे फलों का सेवन करने से अवसाद का खतरा कम हो सकता है। खट्टे फलों का सेवन करने से इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है और बॉडी हेल्दी रहती है। रोजाना अगर एक संतरे का सेवन किया जाए तो आसानी से तनाव पर काबू पाया जा सकता है।
संतरा खाने के सेहत को फायदे
रोजाना एक संतरे का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और दिल के रोगों से बचाव होता है। विटामिन सी, खनिज और बॉडी के लिए जरूरी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर संतरा दिल के रोगों से बचाव करता है। इसका सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। रोजाना संतरा खाने से स्किन की रंगत में निखार आता है और हड्डियां मजबूत होती है। ये रक्त वाहिकाओं को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। आप डाइट में संतरे, नींबू और अंगूर जैसे खट्टे फलों का सेवन करके बॉडी में विटामिन सी की कमी को पूरा कर सकते हैं।
सुबह उठते ही हल्दी और नीम की 2 गोली को खा लें, बॉडी में जमा सारे कीटाणु हो जाएंगे खत्म, गट हेल्थ रहेगी दुरुस्त। इन दोनों हर्ब की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक में क्लिक करें।