अंडे का सेवन सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। रोज़ एक अंडा खाने से बॉडी में प्रोटीन की कमी पूरी होती है, हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होती है और बॉडी हेल्दी रहती है। प्रोटीन हर उम्र की जरूरत है, बच्चे से लेकर जवान और बुढ़ापा तक लोगों को हर दिन प्रोटीन की दरकार होती है। प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर अंडा न सिर्फ मांसपेशियों का निर्माण करता है बल्कि वजन को भी कंट्रोल करता है। अंडा का सेवन करने से दिल की सेहत में सुधार होता है। अंडा एक ऐसा सुपर फूड है जो बॉडी से लेकर ब्रेन तक की हेल्थ को दुरुस्त करता है। एक नई रिसर्च के मुताबिक अगर हफ्ते में सिर्फ रोज 2 अंडे खाने से याददाश्त तेज हो जाती है और उम्र बढ़ने पर होने वाली भूलने की बीमारियों जैसे डिमेंशिया और अल्जाइमर से बचाव होता है।
डिमेंशिया एक ऐसी परेशानी है जिसमें याददाश्त, सोचने की क्षमता कम हो जाती है। अल्जाइमर डिमेंशिया का सबसे सामान्य प्रकार है जो धीरे-धीरे मस्तिष्क की कार्यक्षमता को कम करता है। रिसर्च के मुताबिक अगर हफ्ते में सिर्फ दो अंडे खाए जाएं तो डिमेंशिया (dementia) और अल्जाइमर (Alzheimer’s disease) जैसी बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
रिसर्च में पाया गया है कि अंडों में मौजूद कोलीन (choline) और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व ब्रेन हेल्थ और याददाश्त (memory) के लिए फायदेमंद होते हैं। यह डिमेंशिया और अल्ज़ाइमर जैसी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है। अब सवाल ये उठता है कि क्या हर उम्र के लोगों के लिए दो अंडों का सेवन पर्याप्त होता है? आइए जानते हैं कि रिसर्च क्या कहती है।
हर उम्र के लोगों के लिए दो अंडों का सेवन पर्याप्त है क्या?
रिसर्च के मुताबिक सिर्फ 2 अंडे ब्रेन की हेल्थ को दुरुस्त कर सकते हैं या नहीं यह व्यक्ति की उम्र, पोषण की ज़रूरतों और बाकी खानपान पर निर्भर करता है। फिर भी सप्ताह में दो अंडे खाने से फायदा मिल सकता है। अंडों को हमेशा से एक सुपर फूड माना गया है, लेकिन अंडे की जर्दी में हाई कोलेस्ट्रॉल होने के कारण इसे दिल के रोगियों, हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को इससे परहेज करने की सलाह दी जाती है। एक नई स्टडी कहती है कि अंडों का सीमित लेकिन सप्ताह में दो या अधिक बार सेवन करने से अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों की संभावना कम हो सकती है।
‘द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन’ में प्रकाशित एक शोध में यह पाया गया कि जो बुजुर्ग नियमित रूप से अंडे खाते थे, उनमें अल्जाइमर डिमेंशिया होने की संभावना 47% तक कम होती है , उन लोगों की तुलना में जो अंडे कम या शायद ही कभी खाते थे। अंडा खाने की आदत मस्तिष्क स्वास्थ्य को बनाए रखने और न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी की शुरुआत को टालने का एक प्रभावी तरीका साबित हो सकता है।
अंडा कैसे ब्रेन की हेल्थ में करता है सुधार
अंडे खाने से ब्रेन हेल्थ में सुधार होता है, इसका कारण है अंडों में पाए जाने वाले पोषक तत्व खासतौर पर कोलीन (Choline)। कोलीन एक आवश्यक पोषक तत्व है जिससे मस्तिष्क एसिटिलकोलाइन (Acetylcholine) नामक रसायन बनाता है। यह रसायन याददाश्त बनाए रखने और मानसिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है।
रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि अंडे खाने से मिलने वाले कोलीन की वजह से मस्तिष्क की सुरक्षा में 39% तक का योगदान होता है। इसी कारण अंडे के सेवन को अल्जाइमर रोग की रोकथाम से जोड़ा गया है। अंडों में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क में सूजन को कम करता हैं और ल्यूटीन (Lutein) ऑक्सीडेटिव डैमेज से लड़ता है, जो कि cognitive decline का कारण बनता है। अंडा एक संपूर्ण आहार है जो मस्तिष्क के लिए कई तरह से फायदेमंद है।
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