आंतों की अच्छी सेहत (Gut Health) बनाए रखना शरीर के लिए बेहद ज़रूरी है। आंतें न केवल भोजन को पचाने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करती हैं, बल्कि अपशिष्ट पदार्थों को सही तरीके से बाहर निकालने का काम भी करती हैं। इसकी स्थिति का सीधा प्रभाव हमारे इम्यून सिस्टम, मानसिक स्थिति और समग्र स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए आंतों की सही देखभाल बेहद महत्वपूर्ण है। गट हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए संतुलित आहार और मानसिक तनाव को कंट्रोल में रखना जरूरी हैं। कुछ खास प्रकार के फूड्स आंत के लिए दवा की तरह काम करते हैं।

पाचन को दुरुस्त करने के लिए डाइट में फाइबर युक्त भोजन जैसे साबुत अनाज, ताजे फल, हरी सब्जियां और दालें खाएं। कुछ प्रोबायोटिक फूड्स जैसे दही, छाछ, अचार, किमची और केफिर का सेवन करने से आंत में गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती हैं। जब गट में अच्छे और खराब बैक्टीरिया का संतुलन बना रहता है तो पाचन तंत्र मजबूत और सेहतमंद बना रहता है।

प्रोबायोटिक फूड्स क्या हैं और ये कैसे करते हैं गट पर असर

प्रोबायोटिक फूड्स फर्मेंटेशन (Fermentation) नामक प्राकृतिक प्रक्रिया से तैयार किए जाते हैं। इस प्रक्रिया में बैक्टीरिया या यीस्ट स्टार्च को तोड़ते हैं, जिससे गुड सूक्ष्मजीव तेजी से पनपते हैं। प्रोबायोटिक फूड्स का सेवन करने से आंत की सेहत में सुधार होता है। प्रोबायोटिक्स जीवित बैक्टीरिया और यीस्ट होते हैं जो गट हेल्थ के लिए अमृत की तरह काम करते हैं। इनका सेवन पर्याप्त मात्रा में करने से गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं।

प्रोबायोटिक्स फूड्स का सेवन आंत में गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाते हैं और खराब बैक्टीरिया को कंट्रोल करते हैं। Vogue के मुताबिक फर्मेंटेड फूड तभी असर करते हैं जब आप उन्हें नियमित रूप से रोज खाते हैं। प्रोबायोटिक फूड्स का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। ये फूड पेट की गैस, एसिडिटी और अपच से राहत दिलाते हैं। इसका सेवन करने से आंतों की सूजन कंट्रोल रहती है। लगभग 70% इम्यून सिस्टम हमारी आंतों में होता है। हेल्दी गट हमारी इम्यूनिटी को भी स्ट्रांग करती है। प्रोबायोटिक फूड्स आंतों की परत को मजबूत बनाकर हानिकारक तत्वों को खून में जाने से रोकते हैं।

गट हेल्थ सुधारने के लिए कौन-कौन से प्रोबायोटिक फूड्स खाएं

दही खाएं

खाने में दही का सेवन आपकी आंत की सेहत को सुधार सकता है। दही सबसे आसान और आम प्रोबायोटिक है जिसका सेवन रोज करने से आंतों में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं। दही को रोज खाने से पाचन अच्छा रहता है। आप दही का सेवन सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर के खाने तक में कर सकते हैं।

किम्ची खाएं

गट हेल्थ में सुधार करने के लिए आप किम्ची का सेवन करें। प्रोबायोटिक्स से भरपूर ये फूड वजन को कंट्रोल करते हैं और आंत की सेहत में सुधार करते हैं। ये कोरियन डिश जो फर्मेंटेड सब्जियों जैसे पत्तागोभी से बनती है। फाइबर से भरपूर किम्ची का सेवन करने से आंतों में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं।

अचार का करें सेवन

अचार का सेवन न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि आंत में गुड बैक्टीरिया भी बढ़ाता है। घर का बना अचार जो नमक और मसालों से फर्मेंट किया गया हो उसका सेवन करने से आंत में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं।

कंबूचा डिटॉक्स ड्रिंक का करें सेवन

कंबूचा एक फर्मेंटेड ड्रिंक है जो आमतौर पर ब्लैक या ग्रीन टी से बनती है और इसमें नेचुरली पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह ड्रिंक दुनिया भर में गट हेल्थ और डिटॉक्सिफिकेशन के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।

छाछ और मठ्ठा का करें सेवन

गट हेल्थ में सुधार करना चाहते हैं तो छाछ और मट्ठा का सेवन करें। ये फूड आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। आंतों को ठंडक देने वाले ये प्रोबायोटिक फूड पाचन में सहायक होते हैं। 

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