हमारी डाइट इतनी ज्यादा खराब हो रही है कि हम खाने के नाम पर सिर्फ पेट भरते हैं। हमारे खाने में पोषक तत्व नदारद होते जा रहे हैं जिसका नतीजा हमारी बॉडी में जरूरी पोषक तत्व जैसे विटामिन बी 12, बी विटामिन, विटामिन डी और दूसरे जरूरी विटामिन हमारी बॉडी में घटते जा रहे हैं। इसकी वजह से न सिर्फ शारीरिक समस्याएं बढ़ती हैं, बल्कि मानसिक थकान, तनाव और कमजोरी भी बढ़ने लगती है। आजकल प्रोसेस्ड फूड, बाहर का खाना और अनियमित दिनचर्या इस पोषक कमी को और ज्यादा बढ़ा देती है। यही वजह है कि खाने में प्राकृतिक, घर की बनी चीज़ें और हर्ब्स शामिल करना पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है।
आधुनिक न्यूट्रिशन में आजकल फोर्टिफिकेशन एक बड़ा ट्रेंड है। दूध में कैल्शियम, सीरियल में आयरन, ब्रेड में विटामिन, हालांकि ये कोई नया विचार नहीं है। भारत में हमारे पूर्वज सदियों पहले से ही भोजन को चिकित्सीय बनाने की कला जानते थे। वे जड़ी-बूटियों, बीजों और मसालों को रोजमर्रा के खाने में मिलाकर भोजन को पौष्टिक और औषधीय बनाते थे।
भारतीय योग गुरु, लेखिका, शोधकर्ता और टीवी पर्सनालिटी डॉ. हंसा योगेंद्र के मुताबिक रोटी हमारी डाइट का एक अहम हिस्सा है, जिसे हम दिन में दो से तीन बार तक खाते हैं। देश में अधिकतर लोग गेहूं की रोटी खाते हैं, जो मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट का स्रोत है। कार्ब्स का ज़्यादा सेवन न सिर्फ ब्लड शुगर को बढ़ाता है, बल्कि वजन बढ़ने का कारण भी बनता है। गेहूं में ग्लूटेन की अधिक मात्रा पाचन को कमजोर कर सकती है, जिससे पेट में गैस, सूजन (bloating) और पेट से जुड़ी दूसरी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
अपनी रोटी को हेल्दी रोटी बनाने के लिए उसमें कुछ हर्ब्स को मिलाकर बनाएं। रोटी में कुछ हर्ब मिलाकर बनाने से आपकी रोटी मेडिसिन का काम करेगी। आपकी रोटी बेहद शक्तिशाली, उपचार करने वाली और शरीर को संतुलित रखने वाली बन जाएगी। आइए जानते हैं कि रोटी में कौन-कौन से 4 हर्ब्स मिलाकर रोटी बनाएं जो आपकी रोटी दवा की तरह असर करें।
रोटी में मिलाएं कलौंजी
कलौंजी छोटे काले बीज हैं जो हल्के कड़वे और थोड़े तीखे स्वाद वाले होते हैं। प्राचीन ग्रंथों में इसे मौत के अलावा हर बीमारी की दवा कहा गया है। कलौंजी का सेवन करने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। गेहूं की रोटी खाने से पाचन बिगड़ सकता है अगर आप गेहूं की रोटी में कलौंजी को मिलाते हैं तो आपकी रोटी आपके कमजोर पाचन का इलाज कर सकती है। इस रोटी का सेवन करने से पेट की गैस, अपच और भारीपन का इलाज होता है। कलौंजी की रोटी श्वसन से जुड़ी समस्याओं में राहत देती है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। एंटीबैक्टीरियल और एंटी-एंग्जायटी गुणों से भरपूर रोटी बनाने के लिए आप दो कप गेहूं के आटे में आधा चम्मच कलौंजी मिलाकर उसकी रोटी बनाएं। इस आटे को गूंथने के लिए आप इसमें 1 चम्मच दही भी डाल सकते हैं। सर्दी में कलौंजी की गर्म गर्म रोटी बनाएं और उस पर घी लगाकर खाएं।
आटे में मिलाएं फरमेंटेड बांस (Fermented Bamboo Shoot)
फरमेंटेड बांस पूर्वोत्तर भारत में सदियों से खाया जाने वाला एक पारंपरिक फर्मेंटेड फूड है जो स्वाद में तेज, मिट्टी-सा और थोड़ा खट्टा होता है। फरमेंटेड बांस नेचुरल प्रोबायोटिक्स का स्रोत है जो आंतों को साफ करता है। इसका सेवन करने से पेट फूलना व गैस कम होने जैसे लक्षण दिखते हैं। इसका सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। आटे में फरमेंटेड बांस
शरीर को हल्का रखता है। 2 कप गेहूं का आटा लें और उसमें 1 बड़ा चम्मच बारीक कटा या पाउडर बांस का मिलाएं। इसमें नमक, तिल का तेल और गुनगुने पानी से गूंथें। इस आटे की रोटी बनाएं और उसका सेवन करें। ये रोटी मोटापा कम करेगी, बॉडी को भरपूर पोषण देगी, डायबिटीज कंट्रोल करेगी।
कचरी पाउडर (Kachri Powder) मिलाकर बनाएं रोटी
कचरी राजस्थान का एक जंगली छोटा खीरा है जिसे सुखाकर पाउडर बनाया जाता है। इसका स्वाद खट्टा-तिखा अमचूर और हींग की तरह होता है। इसका सेवन करने से पाचन तेज होता है, भारीपन और ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है। रोटी में इस पाउडर को मिलाकर खाने से ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है। ये रोटी बेहतरीन फैट बर्नर है जो भूख को कंट्रोल करता है। 1½ कप बाजरा या ज्वार का आटा लें और उसमें ½ चम्मच कचरी पाउडर मिलाएं। उसमें थोड़ा जीरा और नमक मिलाएं और गुनगुने पानी से आटा गूंथ लें।
गुच्छी मशरूम पाउडर (Gucchi Mushroom Powder)की खाएं रोटी
गुच्छी मशरूम कश्मीर और हिमाचल की पहाड़ियों में मिलने वाला दुर्लभ और कीमती वाइल्ड मशरूम है जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इस मशरूम में हाई क्वालिटी वाला प्रोटीन और फाइबर मौजूद होता है। इसमें बॉडी के लिए जरूरी विटामिन जैसे विटामिन B1, B2, B3, B5,आयरन, कॉपर, फास्फोरस, मैंगनीज, जिंक, सेलेनियम और पोटैशियम मौजूद होता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
इसका सेवन करने से नसों और दिमाग को पोषण मिलता है। ये मशरूम ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। सर्दी में बॉडी को एनर्जी और गर्मी देता है ये मशरूम। इस रोटी को बनाने के लिए आप 2 कप गेहूं के आटे में 1 बड़ा चम्मच गुच्छी पाउडर, काली मिर्च और नमक मिलाएं और आटे के गुनगुने पानी से गूंथें और घी लगाकर खाएं। इस आटे की रोटी बनाकर खाएं आपको फायदा होगा।
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