सर्दी के मौसम में हमारी बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। इस मौसम में लोग ठंड से बचने के लिए घर में रहना पसंद करते हैं। सर्दी में एक्सरसाइज काफी कम हो जाती है। मूवमेंट कम होने के साथ ही मिजाज़ भी खराब हो जाता है। मौसम का असर डिप्रेशन का शिकार बना देता है। इस मौसम में सबसे ज्यादा असर हड्डियों और मांसपेशियों पर पड़ता है। इस मौसम में हाथों की कलाइयों की हड्डियों, कमर दर्द और कोहनियों में दर्द बहुत परेशान करता है। हड्डियों में स्टिफनेस बढ़ने लगती है और अंग-अंग में दर्द का अहसास होने लगता है। इस मौसम में हड्डियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए बॉडी की स्टिफनेस को कंट्रोल करने के लिए कुछ फूड्स का सेवन बेहद असरदार साबित होता है।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झांजर ने बताया कुछ फूड्स ऐसे हैं अगर इसका सेवन सर्दी में रोजाना किया जाए तो अंगों में होने वाला दर्द और सूजन को कंट्रोल किया जा सकता है। विंटर में कुछ होम रेमेडीज ऐसी हैं जिनका सेवन करके आप जोड़ों और हड्डियों के दर्द को दूर कर सकते है।
कुछ फूड्स ऐसे हैं जो हड्डियों और ज्वाइंट को फ्लैक्सीबल बनाते हैं। लाइफस्टाइल और खानपान में कुछ बदलाव करके आप सर्दी में हड्डियों में होने वाली कमजोरी और दर्द को दूर कर सकते हैं। कुछ फूड बॉडी को कैल्शियम और विटामिन डी देते हैं और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। एंटी इंफ्लामेटरी फूड का सेवन करने से हड्डियों का दर्द और सूजन कंट्रोल रहती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सर्दी में हड्डियों को मजबूत करने के लिए किन फूड्स का सेवन करें।
हल्दी का करें सेवन
हल्दी एक नेचुरल होम रेमेडी है जो एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और दर्द को दूर करने वाले गुणों से भरपूर होती है। हल्दी का सेवन करने से हड्डियों और जोड़ों के दर्द से निजात मिलती है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) यौगिक हड्डियों के दर्द को दूर करने में असरदार साबित होता है। हल्दी कैल्शियम और अन्य मिनरल्स के अवशोषण को बढ़ावा देती है जिससे हड्डियों को मजबूती मिलती है। हल्दी का सेवन करने से मांसपेशियां मजबूत होती है और बॉडी हेल्दी रहती है। हल्दी का सेवन आप दूध के साथ, सूप के साथ कर सकते हैं। आप हल्दी का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
काली मिर्च का करें सेवन
काली मिर्च एक स्ट्रांग मसाला है जिसमें औषधीय गुण हैं। इसमें मौजूद पिपरीन यौगिक हड्डियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने में मदद करता है। यह प्राकृतिक एंटी-इन्फ्लेमेटरी और दर्द को दूर करने वाला एजेंट है। इसका सेवन करने से जोड़ों की सूजन कंट्रोल रहती है। काली मिर्च में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों और हड्डियों की सूजन को कम करते हैं।
अदरक का करें सेवन
अदरक का सेवन करने से हड्डियों का दर्द और सूजन कंट्रोल रहती है। अदरक एक नेचुरल औषधि है जो एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों और दर्द निवारक गुणों के लिए जानी जाती है। अदरक में पाए जाने वाले यौगिक जैसे जिंजरोल और शोगाओल सूजन को कंट्रोल करते हैं। यह गुण हड्डियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने में मददगार साबित होते हैं। अदरक का सेवन करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है जिससे दर्द वाली जगह पर ऑक्सीजन और पोषक तत्व बेहतर तरीके से पहुंचते हैं और दर्द में राहत मिलती है। इसका सेवन करने से स्टिफनेस कंट्रोल होती है। आप अदरक का सेवन चाय के साथ,दूध के साथ कर सकते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड्स का करें सेवन
सर्दी में डिप्रेशन बढ़ने लगता है और मानसिक स्थिति बिगड़ने लगती है ऐसे में आप डाइट में बेरीज का सेवन करें। एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर बेरीज जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी, क्रैनबेरी और गोजी बेरीज का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इनमें विटामिन, मिनरल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। इनका सेवन करने से इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है और बॉडी हेल्दी रहती है।
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