खराब पाचन पूरी हेल्थ को बिगाड़ देती है। पाचन तंत्र सही न चले तो शरीर पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता, जिससे कमजोरी, थकान, अपच, गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग और कब्ज जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। अच्छी पाचन क्षमता के लिए डाइट का ध्यान रखना, लाइफस्टाइल में सुधार करना और तनाव को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। पाचन को दुरुस्त करने के लिए डाइट में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और फाइबर-रिच फूड शामिल करना जरूरी है। पर्याप्त पानी पीना, भोजन को धीरे-धीरे चबाकर खाना और रोजाना हल्की एक्सरसाइज या योग करने से भी पाचन मजबूत होता है। इसके साथ ही कुछ नेचुरल मसाले पाचन को दुरुस्त करने में औषधि की तरह काम करते हैं। इनमें सबसे असरदार है दालचीनी।

दालचीनी पाचन के लिए क्यों फायदेमंद है?

मदरहुड हॉस्पिटल, लूला नगर (पुणे) की कंसल्टेंट डायटीशियन डीटी इशारा महदवी के अनुसार, दालचीनी शरीर को डिटॉक्स करती है और आंतों की सफाई में बेहद प्रभावी है। जिन लोगों का पाचन कमजोर रहता है, उन्हें रोजाना दालचीनी की चाय या दालचीनी पाउडर का सेवन करना चाहिए। ये मसाला  अपच, गैस, ब्लोटिंग, पेट दर्द और सीने में जलन जैसी समस्याओं में राहत देता है।

गट हेल्थ सुधारने में दालचीनी कैसे काम करती है?

गट बैक्टीरिया को बैलेंस करती है

दालचीनी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण आंतों में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करते हैं और गुड बैक्टीरिया बढ़ाते हैं। इससे गट हेल्थ मजबूत होती है और पाचन बेहतर होता है।

सूजन होती है कंट्रोल

दालचीनी में मौजूद cinnamaldehyde कंपाउंड आंतों की सूजन कम करता है। यह IBS (Irritable Bowel Syndrome), लीक गट सिंड्रोम और इंफ्लेमेशन से होने वाली पेट की समस्याओं में राहत देती है।

पाचन एंजाइम बढ़ाती है दालचीनी

दालचीनी पाचन एंजाइम की गतिविधि बढ़ाती है, जिससे भोजन तेजी से और बेहतर तरीके से टूटता है। इस मसाले का सेवन करने से एसिडिटी, अपच और ब्लोटिंग से राहत मिलती है।

पेट की गैस और एसिडिटी होती है कंट्रोल

रोजाना दालचीनी पाउडर का सेवन अगर चाय में डालकर या खाने में मिलाकर किया जाए तो पेट की गैस, ब्लोटिंग, भारीपन और हार्टबर्न की समस्या में राहत मिलती है।

दालचीनी के अन्य फायदे 

दालचीनी इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। डायबिटिक मरीजों के लिए यह खासतौर पर फायदेमंद है। डायबिटीज मरीज एक चम्मच इस पाउडर का सेवन सुबह खाली पेट करें तो पूरा दिन ब्लड शुगर नॉर्मल रहेगा। दालचीनी मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है और फैट बर्निंग प्रोसेस को तेज करती है। इसका सेवन करने से भूख कंट्रोल रहती है,ओवरईटिंग पर कंट्रोल होता है और मोटापा भी कम होता है। एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर दालचीनी का सेवन करने से दिल की सेहत दुरुस्त रहती है। इसका सेवन करने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा टलता है। दालचीनी याददाश्त सुधारती है, फोकस बढ़ाती है और तनाव व एंग्जायटी कम करने में मदद करती है। यह मूड को बेहतर बनाती है।

दालचीनी का सेवन कैसे करें?

  • सुबह खाली पेट दालचीनी का सेवन उसकी चाय बनाकर करें।
  • दालचीनी पाउडर को गुनगुने पानी, शहद या स्मूदी में मिलाकर उसका सेवन करें।
  • दालचीनी का सेवन ओट्स, दलिया या सलाद में मिलाकर कर सकते हैं।
  • रात में गर्म दूध में चुटकी भर दालचीनी मिलाकर उसका सेवन करें फायदा होगा। 

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