डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिनके मरिज़ों को हमेशा सतर्क रहने की ज़रूरत है, खासतौर पर सर्दी में ज्यादा अलर्ट रहने की ज़रूरत है। इस मौसम में सर्दी ज़्यादा रहती है जिसका असर डायबिटीज मरिज़ो में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का ख़तरा बढ़ा सकता है। सर्द मौसम शरीर में रक्त प्रवाह को धीमा कर सकता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। डायबिटीज अगर कंट्रोल में नहीं रहे तो इन जटिलताओं का खतरा दोगुना हो जाता है। सर्दी में डायबिटीज मरिज़ों के लिये ज़रूरी है कि वह अपने ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रखें और सर्दी से बचाव करें।

सर्दी में उन मरीजों के लिए ज्यादा परेशानी है जो डायबिटीज की जटिलताओं जैसे हार्ट डिजीज और न्यूरोपैथी के साथ जी रहे हैं। सर्दी का मौसम कुछ लोगों के लिए बेहद परेशान करने वाला होता है। ठंड का मौसम ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है। अगर इस मौसम में ब्लड प्रेशर ज्यादा है तो ये पूरे शरीर पर अतिरिक्त दबाव डालता है। बीपी ज्यादा होने की वजह से आपके हाथों और पैरों में रक्त संचार धीमा हो सकता है, जिससे इन क्षेत्रों में न्यूरोपैथी अधिक दर्दनाक हो सकती है।

इस सर्दी में डायबिटीज मरीज बॉडी को हेल्दी रखने के लिए,ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए और सर्दी से बचाव करने के लिए कुछ उपायों को अपनाएं। आइए जानते हैं कि डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को सर्दी में कैसे कंट्रोल करें और कैसे सर्दी से बचाव करें।

डायबिटीज मरीज़ सर्दी से इस तरह करें बचाव

DIABETESUK की खबर के मुताबिक डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो घर को गर्म रखें। जिस कमरे में वो सोते हैं उसे खासतौर पर गर्म रखें। अपने घर के उस कमरे को जहां आप रहते हैं उसे 18°C ​​तक गर्म करें। रात में कमरे की खिड़कियां और दरवाजें बंद करके सोएं। अगर आपको डायबिटीज है तो खासतौर पर सर्दी से बचाव करें। बॉडी को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़े पहनें। सर्दी नहीं लग रही है तो भी गर्म कपड़े जरूर पहने। पैरों में मोज़ें लेयर में पहने क्योंकि पैरों पर सर्दी ज्यादा लगती है। बॉडी को अंदर से गर्म रखने के लिए वॉर्मर और लेगिंग जरूर पहनें।

ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए इन उपायों को अपनाएं

  • सर्दी में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखें। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए रेगुलर शुगर चेक करें। जब सर्दी ज्यादा पड़ रही है तो खासतौर पर रोजाना ब्लड शुगर जरूर चेक करें। रेगुलर ब्लड शुगर को टेस्ट करके आप डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। सर्दी में ब्लड टेस्ट करना भी मुश्किल होता है। इस मौसम में उंगली से एक बूंद ब्लड निकालना भी मुश्किल होता है ऐसे में शुगर चेक करने से पहले आप अपनी उंगलियों को गर्म कर लें।
  • अगर आपकी उंगलियों में पैरीफेरल न्यूरोपैथी है और संवेदना में कोई बदलाव है तो यह महसूस करना मुश्किल हो सकता है कि चीजें कितनी गर्म हैं। इसलिए अपने हाथों को गर्म करने के लिए गर्म कप नहीं पकड़ें वरना जलने का खतरा हो सकता है। अगर आप हैंडवार्मर का उपयोग करते हैं तो उसका इस्तेमाल सावधानी से करें।
  • पैरों की जांच जरूर करें। डायबिटीज मरीजों को पैरों की गंभीर समस्याएं होने का खतरा अधिक रहता है। पैरों की जांच करने के लिए हर दिन मोजें बदले और जूते ध्यान से पहनें। यदि आपके पैरों में न्यूरोपैथी है, तो पैरों को गर्म रखने के लिए गर्म पानी की बोतल, इलेक्ट्रिक कंबल या हीटर का उपयोग करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। यदि गर्म पानी की बोतल का उपयोग कर रहे हैं तो उसमें उबलता पानी नहीं बल्कि गर्म पानी भरें और सुनिश्चित करें कि उसका ढक्कन लगा हो।
  • डाइट का सर्दी में खास ध्यान रखें। सर्दी के मौसम में बॉडी को गर्म रखने के लिए डाइट में ड्राईफ्रूट्स का सेवन करें। कई तरह के सूप भी बॉडी को गर्म रखते हैं और ब्लड शुगर भी कंट्रोल करते हैं। बॉडी को गर्म रखने के लिए शराब का सेवन नहीं करें। शराब आपकी रक्त वाहिकाओं को चौड़ा कर सकती है और आपकी बॉडी की गर्मी को ख़त्म कर सकती है। सर्दी में शराब पीने का आपकी बॉडी पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा और आप ठंडे हो जाएंगे।
  • बॉडी को एक्टिव रखें। सर्दी का मतलब बिस्तर में सोना या बैठना नहीं है। सर्दी में आप बॉडी को सक्रिय रखें ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहेगा। एक्सरसाइज करने से आपकी बॉडी गर्म रहेगी और मूड बेहतर बना रहेगा।
  • सर्दी में बॉडी को धूप लगाएं। दोपहर के भोजन के समय टहलना मदद कर सकता है। घर में ही वक्त गुजार रहे हैं तो सीढ़ियां चढ़े-उतरें।