हेल्दी और फिट रहने के लिए सही खान-पान का सेवन करना सबसे जरूरी होता है। लेकिन आजकल लोग अधिक जंक फूड्स और मसालेदार खाना खाते हैं, जिसके कारण कई स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होती हैं। आज के समय में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर बेहद आम बीमारी हो गई है। यदि समय रहते इन बीमारियों को कंट्रोल ना किया जाएगा तो जानलेवा हो सकता है। ऐसे में दालचीनी का सेवन एक रामबाण उपाय होता है। दालचीनी में मौजूद तत्व इन बीमारियों को कंट्रोल करते हैं। आइए जानते हैं दालचीनी को डाइट में कैसे शामिल करें और किन-किन बीमारियों के लिए यह फायदेमंद होता है-

कोलेस्ट्रॉल: दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में मौजूद होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है। दालचीनी ब्लड में मौजूद फैट कम करता है जो हृदय संबंधित रोगों से बचाने में मदद करता है। साथ ही स्ट्रोक और हार्ट अटैक के खतरे से भी बचाता है। रोजाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में दालचीनी मिलाकर पीना कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।

ब्लड शुगर: दालचीनी एंटीडायबेटिक गुणों से भरपूर होता है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। डायबिटीज के मरीज अगर दालचीनी को अपनी डाइट में शामिल करते हैं, तो डायबिटीज को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा दालचीनी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स डायबिटीज के कारण होने वाली अन्य समस्याओं को भी कंट्रोल करता है। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए आप रोजाना दालचीनी वाले पानी का सेवन करें।

सांस से जुड़ी समस्या: सांस से जुड़ी समस्याओं के लिए दालचीनी में नींबू का रस मिलाकर सेवन कर सकते हैं। यह संक्रमण को कम करता है और सांस की नली को भी साफ करता है। यदि आप सामान्य सर्दी या खांसी से पीड़ित हैं, तो गुनगुने पानी में दालचीनी और शहद मिलाकर पिएं। यह बलगम को कम करता है जिससे सांस लेने में आसानी होती है।

गठिया: दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होता है जो गठिया के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इस वजह से दालचीनी का सेवन करने से गठिया के कारण होने वाला दर्द और सूजन कम होता है। साथ ही जोड़ों में होने वाली परेशानी भी दूर होती है। सुबह-शाम एक चम्मच शहद के साथ आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर सेवन करने पर एक हफ्ते में ही गठिया के दर्द में काफी राहत मिल जाएगी।